केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को पत्र लिखकर देश भर में आगामी त्योहारों और यात्राओं के दौरान कोविड-19 जैसी संक्रामक बीमारियों का संक्रमण रोकने के लिए भारी भीड़ को संभालने के लिए उचित कदम उठाने को कहा है। अमरनाथ यात्रा, कांवड़ यात्रा, चारधाम यात्रा जैसी प्रमुख धार्मिक यात्राएं अगले कुछ दिनों में शुरू होने की संभावना है।
अपने पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि आने वाले महीनों में देश के विभिन्न हिस्सों में कई सौ किलोमीटर की यात्राओं में लोगों का भारी जमावड़ा लगने की उम्मीद है। बयान में कहा गया है कि मुख्य रूप से सामाजिक और धार्मिक संगठनों द्वारा आयोजित इस तरह के जमावड़े से कोविड-19 जैसी संक्रामक बीमारियों के संक्रमण को सहायता मिलने की आशंका है।
इसके मद्देनजर मंत्रालय ने राज्यों को उचित कार्रवाई करने के लिए कहा है, जैसे – इन आयोजनों में हिस्सा लेने वालों में बीमारी के लक्षण नहीं होने चाहिए और उनका पूरी तरह से टीकाकरण हो चुका हो, वरिष्ठ नागरिक या अन्य बीमारी वाले लोगों को इस तरह के आयोजनों का हिस्सा बनने से पहले डॉक्टरों से सलाह लेनी चाहिए। राज्यों को उन मार्गों की पहचान करने के लिए भी कहा गया है, जहां से इस तरह की धार्मिक यात्राएं गुजरेंगी और इन मार्गों पर स्वास्थ्य डेस्क के लिए प्रावधान करने के लिए भी कहा गया है। केंद्र ने सिफारिश की है कि गंभीर मामलों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में स्थानांतरित करने और पहुंचाने का प्रावधान भी किया जाना चाहिए।
केंद्र ने राज्यों को दी गई अपनी हिदायत में कहा है कि रुकने वाले स्थल स्क्रीनिंग और हाथ धोने के इंतजाम के साथ अच्छी तरह हवादार होने चाहिए, जिला अधिकारियों द्वारा इन स्थानों को नियमित रूप से और लगातार कीटाणुरहित किया जाना चाहिए।
इसके अलावा इन राज्यों को कोविड-19 पर विशेष ध्यान देने के साथ ही महामारी वाले रोगों के लिए अपने एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) मजबूत करने के लिए कहा गया है।
राज्यों से कहा गया है कि जहां भी जरूरी हो अस्पताल के बिस्तरों के बुनियादी ढांचे की समीक्षा करें और उसे मजबूत करें तथा आवश्यक दवाओं, चिकित्सा ऑक्सीजन का इंतजाम करें।