केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने इन्फोसिस को कर फाइल करने वाले नए पोर्टल में खोज संबंधी गड़बड़ियों को ठीक करने का निर्देश दिया है, जो इसकी शुरुआत के एक साल बाद सामने आई हैं। आयकर विभाग को ई-फाइलिंग पोर्टल पर खोज की कार्यक्षमता से संबंधित दिक्कतों के बारे में कई शिकायतें मिलीं हैं और यह भी कि इसे हैक कर लिया गया था तथा इससे सुरक्षा के लिए जोखिम पैदा हो सकता है।
सीबीडीटी की चेयरपर्सन संगीता सिंह ने मंगलवार को एक विभाग के कार्यक्रम से इतर कहा कि यह सूचना दी गई थी कि किसी ने पोर्टल में घुसने का प्रयास किया है। हमने तुरंत सेवा प्रदाता (इन्फोसिस) को उजागर की गई चिंताओं के संबंध में ध्यान देने और प्राथमिकता के आधार पर इसे दुरुस्त करने के लिए कहा। सीबीडीटी प्रमुख ने कहा कि इन्फोसिस की शुरुआती रिपोर्ट से पता चलता है कि उपयोगकर्ता के डेटा में कोई सेंधमारी नहीं हुई है।
संयोग से मंगलवार को ई-फाइलिंग पोर्टल 2.0 की शुरुआत की पहली वर्षगांठ थी। यह 7 जून, 2021 को शुरू हुआ था और अड़चनों के साथ इसकी शुरुआत हुई थी। करदाताओं ने इसके कामकाज में तकनीकी दिक्कतों की सूचना दी थी। कर पोर्टल विकसित करने के लिए इन्फोसिस को ठेका दिया गया था। इससे पहले, दिन में आयकर विभाग ने इस मसले को स्वीकार करते हुए ट्वीट पोस्ट किया था कि ई-फाइलिंग वेबसाइट की खोज कार्यक्षमता से संबंधित मसला हमारे संज्ञान में आया है।