आयुष-64 दवा संक्रमण में फायदेमंद

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 5:21 AM IST

मलेरिया के उपचार के लिए 1980 में विकसित दवा आयुष-64, कोविड-19 के हल्के एवं मध्यम संक्रमण के मामलों में उपचार के लिए उपयोगी है। यह जानकारी गुरुवार को आयुष मंत्रालय ने दी। सेंटर फॉर रियूमैटिक डिजीज, पुणे के निदेशक अरविंद चोपड़ा ने डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस सिलसिले में दवा का परीक्षण तीन केंद्रों पर किया गया।
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ, दत्ता मेघे इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, वर्धा और बीएमसी कोविड केंद्र, मुंबई में 70- 70 रोगियों पर इस दवा का परीक्षण किया गया। चोपड़ा ने कहा कि आयुष-64 से उपचार में काफी सुधार दिखा और इसमें कम समय तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा। उन्होंने कहा कि दवा का सामान्य स्वास्थ्य, थकान, चिंता, तनाव, भूख, खुशी और नींद पर लाभकारी प्रभाव देखा गया। उन्होंने कहा, ‘दवा के परीक्षण में पाया गया कि आयुष-64 से कोविड-19 के मामूली से मध्यम स्तर का उपचार प्रभावी एवं सुरक्षित तरीके से किया जा सकता है।’ भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद् के पूर्व महानिदेशक वी एम कटोच ने कहा कि आयुष-64 के परिणाम पर एक समिति ने सावधानीपूर्वक समीक्षा की है और मामूली से मध्यम स्तर के कोविड-19 मामलों में दवा के इस्तेमाल की अनुशंसा की है।  

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत संक्रमित
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। गहलोत ने गुरुवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, ‘कोरोना जांच करवाने पर आज मेरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। मुझे किसी तरह के लक्षण नहीं हैं और मैं ठीक महसूस कर रहा हूं।’ गहलोत के अनुसार वह कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पृथकवास में रहकर ही कार्य जारी रखेंगे। उल्लेखनीय है कि बुधवार को गहलोत की पत्नी सुनीता गहलोत कोरोना संक्रमित पाई गईं। राजस्थान में बुधवार को कोरोनावायरस संक्रमण के रिकार्ड 16,613 नए मामले आए।     भाषा
संक्रमण से उबरने के बाद मनमोहन सिंह को एम्स से छुट्टी
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कोरोनावायरस संक्रमण से उबरने के बाद गुरुवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से छुट्टी मिल गई। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी। गत 19 अप्रैल को 88 साल के पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह को हल्का बुखार होने के बाद जांच में कोरोनावायरस से संक्रमित होने का पता चला था। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पूर्व प्रधानमंत्री ने चार मार्च और तीन अप्रैल को कोरोना के टीकों की दो खुराक ली थी। पिछले साल एक नई दवा के कारण रिएक्शन और बुखार होने के बाद मनमोहन सिंह को एम्स में भर्ती कराया गया था। कई दिनों के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी। डॉक्टर मनमोहन सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और फिलहाल राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं। सिंह 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे हैं। भाषा

First Published : April 29, 2021 | 11:21 PM IST