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पर्यटकों से भरी रामलला की नगरी अयोध्या! गेस्ट हाउस तो दूर होम स्टे तक में जगह नहीं

नए साल के स्वागत को अयोध्या में उमड़ने वाली भीड़ के चलते यहां कारोबार बंपर बढ़ा है। दुकानों से लेकर सरयू के घाटों के पास भारी भीड़ नजर आ रही है।

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सिद्धार्थ कलहंस   
Last Updated- December 28, 2023 | 2:57 PM IST

Ayodhya: प्राण प्रतिष्ठा व राम मंदिर उद्घाटन (Ram Mandir) से पहले ही अयोध्या इस साल नए साल की छुट्टियां मनाने के लिए पर्यटकों का पसंदीदा स्थान बन गया है। उत्तर प्रदेश के धार्मिक पर्यटन स्थलों अयोध्या, वाराणसी और मथुरा में लाखों की भीड़ अभी से उमड़ने लगी हैं और नए साल की पूर्व संध्या पर तो इन शहरों में किसी होटल या गेस्ट हाउस में ठहरने की जगह नहीं बची है।

नए साल के स्वागत को अयोध्या में उमड़ने वाली भीड़ के चलते यहां कारोबार बंपर बढ़ा है। दुकानों से लेकर रेस्तरां, सरयू के घाटों और पंडों के पास भारी भीड़ नजर आ रही है।

गेस्ट हाउस तो दूर होम स्टे तक में जगह नहीं

पर्टयकों व श्रद्धालुओं के आने मामले में अयोध्या रिकॉर्ड बना रही है जहां पिछले साल के मुकाबले अब तक तीन गुने से ज्यादा लोगों की आमद हो चुकी है। हालात यह है कि अयोध्या में अभी से लेकर तीन जनवरी तक के लिए होटल, गेस्ट हाउस तो दूर होम स्टे तक में जगह नहीं बची है।

विभिन्न मंदिरों व मठों में रुकने के लिए बने कमरे फुल हैं और आगे एक हफ्ते तक जगह मिलनी मुश्किल है। अयोध्या आने वाले पर्यटकों की बड़ी तादाद लखनऊ में रुक रही है जिसके चलते यहां भी कमरों को लेकर मारा-मारी है। इस बार अयोध्या से लेकर वाराणसी तक आने वाले सबसे ज्यादा पर्यटक दक्षिण के राज्यों तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र, तेलंगाना और केरल से हैं।

होम स्टे में ठहरने के किराया दोगुने से ज्यादा हुआ

फैजाबाद रोड पर होटल चलाने वाले लखनऊ के हरनाम सिंह कहते हैं कि यहां से लेकर अयोध्या तक के रास्ते में जो भी ठहरने की जगह हैं वो खाली नहीं मिल सकती है। बीते दस दिनों से ही होम स्टे में ठहरने के किराया दोगुने से ज्यादा हो गया है तो होटल भी मनमाना शुल्क वसूल रहे हैं।

उनका कहना है कि लखनऊ में रुक कर अयोध्या जाने वाले पर्यटकों के लिए गाड़ियों का टोटा हो गया है। टैक्सी के किराये बढ़ गए हैं और मिलना मुश्किल हो रहा है। सिंह के मुताबिक वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने और बीते एक साल में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ कई अन्य सुविधाएं विकसित होने के बाद पर्यटक अब इधर बड़ी तादाद में आ रहे हैं।

मथुरा और वाराणसी में भी पहले के सालों के मुकाबले पर्यटक बढ़े

वैसे तो हर साल दिसंबर के आखिरी हफ्ते से लेकर जनवरी की शुरुआती दिनों में मथुरा और वाराणसी में लोगों की भीड़ जमा होती है पर इस साल अयोध्या ने सबको पीछे कर दिया है। मथुरा और वाराणसी में भी पहले के सालों के मुकाबले पर्यटक बढ़े हैं। क्रिसमस के मौके पर मथुरा-वृंदावन में बांके बिहारी के दर्शन करने पांच लाख से ज्यादा लोग पहुंचे थे। मथुरा के होटल संचालक संजय चौबे बताते हैं कि हर साल के मुकाबले लोग ज्यादा रहे हैं और जनवरी के पहले सप्ताह तक कमरे फुल हो चुके हैं।

राजधानी लखनऊ में चौहान ट्रैवल्स के अजय सिंह का कहना दक्षिण से आने वाले पर्यटक व श्रद्धालु अयोध्या, प्रयागराज व वाराणसी का सर्किट घूमने के लिए ले रहे हैं और टैक्सी की मांग खासी हो गयी है। उनका कहना है कि स्थानीय लोगों में भी नए साल पर अयोध्या, वाराणसी जाने का क्रेज बढ़ा है।

पहाड़ों पर ट्रैफिक जाम

पहाड़ों पर ट्रैफिक जाम की खबरें आने के बाद लोग इन्हीं स्थानों पर जाने को प्राथमिकता दे रहे हैं। अजय सिंह कहते हैं कि अयोध्या, वाराणसी या प्रयागराज जाने वाले काफी पर्यटक ट्रेन या हवाई जहाज से पहले लखनऊ उतरते हैं और यहां से टैक्सी से आगे जाते हैं। इसके चलते सबसे ज्यादा मांग टैक्सी की बढ़ी है।

पर्यटकों के नए ट्रेंड की तरफ इशारा करते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय व्यापार प्रशासन विभाग के प्रोफेसर अजय प्रकाश कहते हैं कि दक्षिण के लोगों में क्रेज बढ़ना कारोबार के लिए अच्छा है। उनका अनुमान है कि अकेले नव वर्ष का स्वागत करने आने वालों से ही अयोध्या में 150 से 200 करोड़ रुपये का कारोबार होगा।

प्रो. अजय कहते हैं कि अयोध्या में स्थानीय लोगों की आय बढ़ेगी और नए रोजगार भी पैदा होंगे। उनका कहना है कि अयोध्या में लोगों के आने का सिलसिला 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद और बढ़ेगा।

First Published : December 28, 2023 | 2:02 PM IST