अंतरराष्ट्रीय

इजरायल- फिलिस्तीन टकराव के बीच अर्थव्यवस्था पर ध्यान चाहता है अमेरिका: सचिव अरुण वेंकटरामन

भारत अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नीतियां बनाता है और यह सुनिश्चित करने की कवायद करता है कि विश्वसनीय साझेदारों से आयात हो।

Published by
श्रेया नंदी   
Last Updated- October 19, 2023 | 11:15 PM IST

इजरायल और फिलिस्तीन के बीच टकराव के कारण पश्चिम एशिया में तनाव के बावजूद अमेरिका चाहता है कि भारत-पश्चिम एशिया-पूर्वी यूरोप आर्थिक गलियारे पर काम यथासंभव आगे बढ़े। भारत यात्रा के दौरान अमेरिका और विदेशी वाणिज्यिक सेवा के महानिदेशक और वैश्विक बाजारों के वाणिज्य के सहायक सचिव अरुण वेंकटरामन ने श्रेया नंदी से बात की। प्रमुख अंश…

अमेरिका ने लैपटॉप व अन्य आईटी हार्डवेयर के आयात पर भारत के प्रतिबंध को लेकर चिंता जताई थी। अब सरकार ने कहा है कि आयात प्रमाणीकरण व्यवस्था बनाई जाएगी। क्या आपको यह बेहतर नीतिगत निर्णय लगता है?

भारत अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नीतियां बनाता है और यह सुनिश्चित करने की कवायद करता है कि विश्वसनीय साझेदारों से आयात हो। हम भारत की इस नीति के मुताबिक काम करने को तैयार हैं, क्योंकि हम भारत की सुरक्षा का समर्थन करते हैं। भारत सरकार अभी इस नीति पर काम कर रही है, उसके पहले मैं कुछ नहीं कहना चाहता। मैं नहीं चाहता कि किसी पूर्वग्रह के साथ कुछ कहा जाए।

Also Read: समुद्री क्षेत्र की हो अपनी सुरक्षा इकाई: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

मार्च में भारत और अमेरिका ने सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला को लेकर समझौता किया था। इस दिशा में क्या प्रगति हुई है?

अभी इस पर काम चल रहा है। उस सहमति पत्र पर हम गंभीरता से काम कर रहे हैं और हमारे सहकर्मी भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जिससे अमेरिकी कंपनियां भारत के प्रधानमंत्री के सेमीकंडक्टर मिशन में अपना योगदान दे सकें। मुझे लगता है कि इसके लिए उपसमिति की बैठक जल्द होगी। बैठक की कोई तिथि मैं आपको नहीं बता सकता। उपसमिति इससे जुड़े खास मसलों पर चर्चा करेगी।

Also Read: हमास का हमला और गाजा में निर्दोषों की हत्या दोनों निंदनीय, हिंसा खत्म होनी चाहिए : राहुल गांधी

पश्चिम एशिया में टकराव का वैश्विक व्यापार पर किस तरह का असर आप देखते हैं? प्रस्तावित भारत -पश्चिम एशिया- पूर्वी यूरोप आर्थिक गलियारे का क्या भविष्य है?

गाजा में चल रही इस जंग के लिए साफतौर पर हमास जिम्मेदार है जिसका असर वहां के नागरिकों पर पड़ रहा है। अमेरिका बगैर किसी अपवाद के हर तरह के आतंकवाद की निंदा करता है। हमारी सरकार इसके समाधान की कवायद कर रही है। साथ ही भारत-पश्चिम एशिया गलियारे को लेकर हम भारत को समर्थन देने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

Also Read: वियतनाम से सिंगापुर पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर, रक्षा मंत्री एनजी इंग हेन से की मुलाकात

First Published : October 19, 2023 | 11:15 PM IST