Trump Tariffs on Semiconductor Chips: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को ऐलान किया कि अमेरिका में आयात होने वाली सेमीकंडक्टर चिप्स पर अब 100% टैक्स (टैरिफ) लगेगा। ट्रंप का यह कदम अमेरिका में टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग वापस लाने की योजना का हिस्सा है। हालांकि, जो कंपनियां अमेरिका में फैक्ट्री बना रही हैं या बनाने का वादा कर चुकी हैं, उन्हें इस टैक्स से छूट दी जाएगी।
ट्रंप के इस फैसले से ग्लोबल टेक इंडस्ट्री में चिंता बढ़ गई है। अभी तक स्मार्टफोन, लैपटॉप और मॉनिटर जैसे कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स इस टैक्स से बचे हैं, लेकिन ट्रंप ने इशारा किया है कि भविष्य में उन पर भी टैक्स लग सकता है – खासकर अगर उनमें चिप्स शामिल हों। ट्रंप ने कहा कि ये टैक्स तो सिर्फ शुरुआत है। आने वाले दिनों में और भी नए टैक्स लगाए जाएंगे।
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अगर ट्रंप की छूट नीति लागू होती है, तो कई बड़ी चिप कंपनियां इस टैक्स से बच सकती हैं, जैसे:
इन कंपनियों की अमेरिका में फैक्ट्री या निर्माण योजनाएं चल रही हैं। लेकिन Nvidia और AMD जैसी कंपनियों को दिक्कत हो सकती है, क्योंकि ये अपनी चिप मैन्युफैक्चरिंग का बड़ा हिस्सा अब भी ईस्ट एशिया से कराती हैं।
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ट्रंप की इस नीति का असर भारत और वियतनाम पर भी पड़ा है। भारत पर ट्रंप ने 50% टैक्स लगाने का ऐलान किया है – जिसमें आधा टैक्स व्यापार घाटे के कारण और आधा रूस से तेल खरीदने की वजह से लगाया गया है। वहीं वियतनाम, जो Apple के कई प्रोडक्ट्स बनाता है, उस पर पहले ही 20% टैक्स लगाया जा चुका है।
ऐसा माना जा रहा है कि टिम कुक और ट्रंप के अच्छे रिश्ते होने से Apple को इस छूट में मदद मिली। टिम कुक ने ट्रंप के शपथ समारोह में भाग लिया था, चंदा भी दिया था और कई मीटिंग में शामिल हुए थे। जब ट्रंप ने Apple को अमेरिका में iPhone असेंबली शिफ्ट करने को कहा था, तो कुक ने कहा था “अभी तो फाइनल असेंबली बाहर ही होगी, लेकिन बहुत से पार्ट्स पहले से अमेरिका में बन रहे हैं।” ट्रंप इस जवाब से खुश दिखे और कहा, “Apple जितना अमेरिका में निवेश कर रहा है, उतना कहीं और नहीं कर रहा।”