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BRICS Summit सहित 5 देशों की यात्रा के अंतिम पड़ाव में पीएम Namibia पहुंचे

बीते 27 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की नामीबिया की यह पहली यात्रा है।

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अर्चिस मोहन   
Last Updated- July 09, 2025 | 10:57 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खनिज समृद्ध दक्षिणी अफ्रीकी देश नामीबिया की राजधानी विंडहोक में बुधवार को नामीबियाई राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह के साथ वार्ता हुई। दोनों नेताओं ने विशेष रूप से दुर्लभ खनिजों की खोज, प्रसंस्करण और आपूर्ति समेत अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर बातचीत की। प्रधानमंत्री मोदी बुधवार की सुबह विंडहोक पहुंचे। बीते 27 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की नामीबिया की यह पहली यात्रा है। प्रधानमंत्री के पांच देशों के दौरे का यह अंतिम पड़ाव भी है। इससे पहले मोदी की घाना, अर्जेंटीना और ब्राजील के शीर्ष नेताओं के साथ चर्चा भारत के दुर्लभ खनिजों के आयात को बढ़ाने पर भी केंद्रित रही। उन्होंने त्रिनिदाद और टोबैगो का भी दौरा किया।

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रियो डी जनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन संपन्न होने के बाद के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को ब्रासीलिया में ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा के साथ विभिन्न मुद्दों पर व्यापक चर्चा की थी। ब्राजील में भारत के राजदूत दिनेश भाटिया ने वार्ता के बाद ब्रासीलिया में मीडिया को बताया, ‘दुर्लभ खनिजों में भारत की रुचि को देखते हुए हमें बताया गया कि ब्राजील इस वर्ष की दूसरी छमाही में एक नई नीति लेकर आ रहा है और इससे विशेष रूप से भारत और भारतीय कंपनियों के लिए कई नए अवसर खुलेंगे।’ इसके अलावा व्यापार को बढ़ाने के मकसद से दोनों नेताओं ने व्यापार और वाणिज्यिक मामलों पर चर्चा करने के लिए मंत्रिस्तरीय स्तर का तंत्र स्थापित करने पर सहमति जताई।

दोनों देशों के संयुक्त बयान में दोनों पक्षों ने आर्थिक विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा और स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के लिए दुर्लभ खनिजों के महत्त्व पर जोर दिया। मोदी और लूला ने खनिजों की खोज, खनन, लाभप्रदता, प्रसंस्करण, पुनर्चक्रण और उनके शोधन में आपूर्ति मूल्य श्रृंखलाओं और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को मजबूत करने के लिए एक-दूसरे की सार्वजनिक और निजी कंपनियों के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने का स्वागत किया।

भारत और ब्राजील ने सुरक्षा, कृषि अनुसंधान और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सूचनाओं के आदान-प्रदान सहित छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। ब्रासीलिया में अपनी संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग के दौरान मोदी ने अपने मित्र लूला को भारत और ब्राजील के बीच रणनीतिक साझेदारी का मुख्य वास्तुकार बताया।

द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए दोनों नेताओं ने व्यापार और वाणिज्यिक मामलों पर चर्चा करने के लिए मंत्रिस्तरीय स्तर का तंत्र स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की। भारत के अनुरोध पर, राष्ट्रपति लूला ने भारत-मर्कोसुर तरजीही व्यापार समझौते के विस्तार की दिशा में ब्राजील के समर्थन को व्यक्त किया और अपनी टीम को इस दिशा में काम करने का निर्देश दिया। ब्राजील वर्तमान में मर्कोसुर का अध्यक्ष है, जो छह सदस्यीय लैटिन अमेरिकी व्यापार गुट है। मोदी और लूला ने अपने-अपने अधिकारियों को द्विपक्षीय व्यापार में मौजूदा गैर-शुल्क बाधाओं की पहचान करने और उन्हें दूर करने का निर्देश दिया। लूला ने कहा कि एक ब्राजीलियाई प्रतिनिधिमंडल व्यापारिक अवसरों का पता लगाने के लिए भारत का दौरा करेगा। नेताओं ने रक्षा और सुरक्षा, स्वास्थ्य और फार्मास्यूटिकल्स, अंतरिक्ष, नवीकरणीय ऊर्जा, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण और ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की। अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने दुर्लभ खनिजों, नई और उभरती प्रौद्योगिकियों, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस और सुपर कंप्यूटर जैसे सहयोग के नए क्षेत्रों में सहयोग के रास्ते भी तलाशे।

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एक संयुक्त बयान में मोदी और लूला ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि कृषि व्यापार को पर्यावरण, सुरक्षा या जलवायु चिंताओं के बहाने शुरू किए गए एकतरफा प्रतिबंधों या संरक्षणवादी उपायों से कमजोर न किया जाए तथा विश्व व्यापार संगठन  के मूल में खुले, निष्पक्ष, पारदर्शी, समावेशी, न्यायसंगत, गैर-भेदभावपूर्ण और नियम-आधारित बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली का सम्मान किया जाए। बयान में अमेरिका का नाम नहीं लिया गया। भाटिया ने कहा कि फार्मास्युटिकल क्षेत्र में 15 बड़ी भारतीय कंपनियां पहले से ही ब्राजील में कार्य कर रही हैं। दोनों नेताओं ने न केवल भारत से निर्यात पर जोर दिया, बल्कि दवाएं बनाने के लिए ब्राजील में संयुक्त सहयोग करने पर भी जोर दिया। ब्राजील ने प्रस्ताव दिया कि संयुक्त समिति, जिसमें दोनों देशों के फार्मास्युटिकल नियामक शामिल हैं, लाइसेंसिंग तंत्र की एक साथ समीक्षा करेगी।

भारत ने ब्राजील में भारत से दवाओं के आयात के लिए अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन या यूरोपीय औषध गुणवत्ता निदेशालय द्वारा पहले से स्वीकृत दवाओं के लिए ब्राजील के बाजार में प्रवेश के लिए तेजी से अनुमोदन का अनुरोध किया।

First Published : July 9, 2025 | 10:53 PM IST