क्यूएस बेस्ट स्टूडेंट सिटीज रैंकिंग में मुंबई और बेंगलूरु फिसले

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 2:16 AM IST

वैश्विक रूप से शीर्ष 100 में रखे जाने के बाद क्यूएस बेस्ट स्टूडेंट सिटीज रैंकिंग के नवीनतम संस्करण में मुंबई और बेंगलूरु अपने स्थान से फिसलकर 106 और 110वें पायदान पर आ गए हैं।
वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषकों – क्यूएस क्वकक्वारेली साइमंड्स द्वारा तैयार की गई रैंकिंग के नौवें संस्करण में जहां मुंबई को 29 पायदान का नुकसान हुआ है, वहीं बेंगलूरु 21 पायदान तक फिसल गया है।
हालांकि प्रक्रिया के विभिन्न पैमाइशों के बीच मुंबई ‘सामथ्र्य’ संकेतक में 27 पायदान चढ़कर वैश्विक स्तर पर 21वें स्थान पर रहा। दूसरी ओर इसी संकेतक में तीन पायदान गंवाने के बावजूद बेंगलूरु को सातवें स्थान पर रखा गया।
क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में शामिल कम से कम दो विश्वविद्यालयों के साथ क्यूएस कम से कम 2,50,000 की आबादी वाले शहरों की रैंकिंग करता है। यह रैंकिंग संभावित और पूर्व छात्रों, दोनों की ही धारणाओं को मजबूत दृष्टिकोण प्रदान करती है। इसमें 95,000 से अधिक सर्वेक्षण की प्रतिक्रियाएं ‘वांछनीयता’ (संभावित छात्र) और ‘छात्र नजरिया’ (पूर्व छात्र) के सूचकांक में योगदान करती हैं। अपनी कार्यप्रणाली के रूप में क्यूएस में विश्वविद्यालय की रैंकिंग, वांछनीयता, नियोक्ता की गतिविधि और सामथ्र्य जैसी पैमाइश शामिल रहती है।
इस रैंकिंग में भारतीय शहरों पर टिप्पणी करते हुए क्यूएस के अनुसंधान निदेशक बेन सॉटर ने कहा कि भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली के लिए मुख्य चिंता इसकी हमेशा बढ़ती छात्र आबादी तक पहुंच प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि हालांकि अंतरराष्ट्रीय छात्रों को आकर्षित करना प्रमुख केंद्र बिंदु नहीं है, लेकिन मुंबई और बेंगलूरु दोनों ही सामथ्र्य संकेतक में ऊंचे पायदान पर हैं, जो कई विदेशी छात्रों के लिए एक महत्त्वपूर्ण पहलू होता है। मुंबई वैश्विक स्तर पर नियोक्ता की गतिविधि वाले संकेतक में 52वें स्थान पर है, जो एक अन्य प्रमुख पैमाइश है। यह रैंकिंग उन लाखों भारतीय छात्रों को गहन जानकारी प्रदान करती है, जो अंतरराष्ट्रीय शिक्षा हासिल करना चाहते हैं।
छात्रों को 115 प्रमुख शैक्षिक गंतव्यों की तुलना करने में मदद करने वाले यह परिणाम वैश्विक स्तर पर बताते हैं कि लंदन लगातार तीसरे संस्करण में छात्रों के लिहाज से विश्व के सर्वश्रेष्ठ छात्र शहर के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखे हुए है। इसके बाद म्यूनिख का स्थान है, जो चौथे से उठकर दूसरे स्थान पर आ गया है। सोल 10वें पायदान से बढ़कर ओलिंपिक की मेजबान टोक्यो के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर है।

First Published : July 30, 2021 | 12:23 AM IST