हमास के घातक हमले के बाद इस आतंकवादी संगठन के सरगना के खात्मे के लिए इजरायल द्वारा जमीनी आक्रमण किए जाने की आशंका के मद्देनजर गाजा पट्टी में 10 लाख से अधिक लोग अपने घरों को छोड़कर चले गए हैं। सहायता समूहों ने चेतावनी दी है कि इजरायल के जमीनी हमले से मानवीय संकट बढ़ सकता है।
अमेरिकी युद्धपोतों की मदद से इजरायली बल गाजा सीमा पर तैनात हो गए हैं और उन्होंने युद्धाभ्यास किया जिसे इजरायल ने बताया कि यह आतंकवादी समूह को मटियामेट करने के लिए एक बड़ा अभियान होगा। एक सप्ताह से लगातार किए जा रहे हवाई हमलों से गाजा पट्टी में कई इमारतें जमींदोज हो गई हैं लेकिन इससे इजरायल पर आतंकवादियों के रॉकेट हमले नहीं रुके हैं। 7 अक्टूबर को शुरू हुआ यह युद्ध दोनों पक्षों के लिए गाजा के पांच युद्धों में से सबसे भीषण है जिसमें दोनों ओर के 4,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 2,750 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है तथा 9,700 घायल हैं। इजरायल के अनुसार, उसके 1,400 से अधिक नागरिकों की मौत हो गई है तथा बच्चों समेत कम से कम 199 अन्य नागरिकों को हमास ने बंधक बनाया है तथा उन्हें गाजा ले गया है। अभी गाजा में संयुक्त राष्ट्र के शिविरों में पानी की आपूर्ति बंद कर दी गई है और क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल में काम कर रहे चिकित्सकों को मरीजों का इलाज करने में भारी समस्याएं आ रही हैं क्योंकि उन्हें आशंका है कि जेनरेटरों में ईंधन खत्म होने के बाद इन मरीजों की मौत हो जाएगी।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन आने वाले दिनों में इजरायल यात्रा पर विचार कर रहे हैं लेकिन अभी यात्रा की कोई पुष्टि नहीं की गई है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजरायल के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करने के लिए एक सप्ताह से भी कम समय में दूसरी बार इजरायल पहुंचे हैं।