facebookmetapixel
Gold-Silver Outlook: सोना और चांदी ने 2025 में तोड़े सारे रिकॉर्ड, 2026 में आ सकती है और उछालYear Ender: 2025 में आईपीओ और SME फंडिंग ने तोड़े रिकॉर्ड, 103 कंपनियों ने जुटाए ₹1.75 लाख करोड़; QIP रहा नरम2025 में डेट म्युचुअल फंड्स की चुनिंदा कैटेगरी की मजबूत कमाई, मीडियम ड्यूरेशन फंड्स रहे सबसे आगेYear Ender 2025: सोने-चांदी में चमक मगर शेयर बाजार ने किया निराश, अब निवेशकों की नजर 2026 पर2025 में भारत आए कम विदेशी पर्यटक, चीन और दक्षिण-पूर्व एशिया वीजा-मुक्त नीतियों से आगे निकलेकहीं 2026 में अल-नीनो बिगाड़ न दे मॉनसून का मिजाज? खेती और आर्थिक वृद्धि पर असर की आशंकानए साल की पूर्व संध्या पर डिलिवरी कंपनियों ने बढ़ाए इंसेंटिव, गिग वर्कर्स की हड़ताल से बढ़ी हलचलबिज़नेस स्टैंडर्ड सीईओ सर्वेक्षण: कॉरपोरेट जगत को नए साल में दमदार वृद्धि की उम्मीद, भू-राजनीतिक जोखिम की चिंताआरबीआई की चेतावनी: वैश्विक बाजारों के झटकों से अल्पकालिक जोखिम, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूतसरकार ने वोडाफोन आइडिया को बड़ी राहत दी, ₹87,695 करोड़ के AGR बकाये पर रोक

भारत-ब्रिटेन में एफटीए पर वार्ता एक नवंबर से संभव

Last Updated- December 12, 2022 | 1:03 AM IST

भारत और ब्रिटेन ने दोनों देशों के बीत 1 नवंबर, 2021 से व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू करने की योजना बनाई है। दोनों देश अगले साल मार्च तक एक अंतरिम व्यापार समझौते पर विचार कर रहे हैं। उसके बाद समग्र मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) होगा। अंतरिम समझौते में कुछ उच्च प्राथमिकता वाले उत्पाद व सेवाओं पर शुरुआती छूट दिया जाना और बाजार तक उनकी पहुंच सुनिश्चित करना शामिल होगा। 
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अंतरिम व्यापार समझौता मुक्त व्यापार समझौते की दिशा में पहला कदम है। उन्होंने कहा कि इससे दोनोंं देशों को साझेदारी से तत्काल फायदा उठाने में मदद मिलेगी। 

सोमवार को ब्रिटिश वाणिज्य मंत्री लिज ट्रूस के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गोयल ने इन मसलों पर चर्चा की। साझा हितों की कुछ सेवाओं को अंतरिम समझौते में आवेदन पेशकश के माध्यम से शामिल किया जा सकता है, जिसमें भारत प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को शामिल कर सकता है, जिससे तत्काल लाभ हो। गोयल ने कहा, ‘अगर जरूरी हुआ तो हम नर्सिंग और आर्किटेक्चर सेवाओं जैसी कुछ चुनिंदा सेवाओं को लेकर आपस में समझौता कर सकते हैं।’
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि भारत और ब्रिटेन के बीच प्रस्तावित एफटीए से कारोबार के असाधारण अïवसर की राह खुलने और नौकरियों के सृजन की उम्मीद है। दोनों पक्षों ने ऐसे तरीके से कारोबार बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्धता तजाई है, जिसे सभी को लाभ हो सके। 

First Published - September 15, 2021 | 12:14 AM IST

संबंधित पोस्ट