प्रतीकात्मक तस्वीर
Los Angeles wildfires: संयुक्त राज्य अमेरिका के लॉस एंजेलिस का एक बड़ा इलाका बीते कई दिनों से जल रहा है। आग से जुड़ी कई तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि आग कितनी भयावह है। आग की वजह से अभी तक सैकड़ों घर राख हो चुके हैं, संरचनाएं ध्वस्त हो चुकी हैं, जंगल जल चुका है। घरों और चिमनियों की ढांचे ही अब बचे हैं। मालिबू (Malibu) में समुद्र तट के पास स्थित अरबों-खरबों के आलीशान घर खाक हो गए हैं।
कई सामुदायिक स्थलों को भी नुकसान पहुंचा है, जिनमें पांच चर्च, एक आराधनालय (synagogue), सात स्कूल, दो पुस्तकालय और कई बिजनेस संपत्तियां आदि शामिल हैं। इसके साथ-साथ कई रेस्तरां, बैंक और बुटीक भी जल चुके हैं। ऐतिहासिक स्थलों की अगर बात करें तो 1920 के दशक के विल रोजर्स वेस्टर्न रेंच हाउस (Will Rogers’ Western Ranch House) और टोपांगा रेंच मोटेल (Topanga Ranch Motel) को भी आग ने तबाह कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक इस आग की वजह से अब तक कम से कम 16 लोगों की जान जा चुकी है और लगभग 37,000 हेक्टेयर पूरी तरह खाक हो चुका है।
लॉस एंजेलिस और कैलिफोर्निया में जंगलों में आग लगने की घटना कोई नई बात नहीं है। पिछले कुछ दशकों में, जलवायु परिवर्तन, बढ़ते शहरीकरण, और मानव गतिविधियों में बढ़ोतरी के कारण ऐसी घटनाओं की संख्या और तेजी से बढ़ी है। लॉस एंजेलिस प्रशासन और मौसम विभाग ने आग लगने से पहले तेज हवाओं और शुष्क मौसम के बारे में चेतावनी जारी की थी। हालांकि, इतनी भयावह आग की संभावना को सही तरीके से आंका नहीं गया। नेशनल वेदर सर्विस (NWS) ने पहले ही आग की संभावनाओं पर अलर्ट जारी किया था।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, आग लगने के संभावित कारणों की जांच जारी है। लॉस एंजेलिस काउंटी के शेरिफ रॉबर्ट लूना ने बीबीसी से बातचीत में बताया कि आग लगने की हर संभावित कारण को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है।
हालांकि, कुछ जानकार बिजली गिरने के चलते आग लगने को संभावित कारण बता रहे हैं जबकि कुछ इससे इनकार भी कर रहे हैं। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, 2022-23 में कैलिफोर्निया में काफी बारिश हुई जिसके चलते जंगलों में बढ़ोतरी हुई, जबकि पिछले साल वहां भयंकर सूखा पड़ा, जिसके कारण बड़ी संख्या में पेड़ पौधे सूख गए। यही सूखे पेड़ पौधों ने ईंधन का काम किया।
इसके अलावा अक्टूबर से लेकर अब तक लॉस एंजेलिस में केवल 0.16 इंच (0.4 सेमी) बारिश हुई है, जिससे इलाके शुष्क पड़ा है। साथ ही शक्तिशाली ‘सांता एना’ हवाओं (Santa Ana winds) ने आग लगने की अनुकूल परिस्थितियां पैदा कर दीं। अमेरिकी मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, आगे के कुछ दिन गंभीर है क्योंकि हवा और तेजी से बढ़ चल सकती है।
लॉस एंजेलिस में लगी आग कम नहीं हो रही है, इसका सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है इलाके में बारिश की कमी। लगातार चल रही तेज हवाएं और सूखा आग को बढ़ावा दे रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन इलाके की पृष्ठभूमि को बदल रहा है और ऐसी आग लगने की संभावना को और बढ़ा रहा है। पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका, जिसमें कैलिफोर्निया भी शामिल है, में कई दशकों तक सूखा पड़ा था जो दो साल पहले खत्म हुआ, जिससे यह क्षेत्र अधिक संवेदनशील हो गया। हाल के वर्षों में सूखे और बारिश के चलते वहां कई पेड़-पौधे उगे और फिर सुख गए। विशेषज्ञों के मुताबिक, जलवायु परिवर्तन पश्चिमी अमेरिका में बड़ी और गंभीर जंगली आग का सबसे बड़ा कारण है।
अमेरिका के नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) ने मीडिया से कहा है, “जलवायु परिवर्तन, जिसमें बढ़ती गर्मी, लंबा सूखा और शुष्क वातावरण का प्रभाव शामिल है, पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका में जंगली आग के जोखिम और विस्तार को बढ़ाने में एक प्रमुख कारण रहा है।”
दक्षिणी कैलिफोर्निया में आग का मौसम सामान्यतः मई से अक्टूबर तक माना जाता है, लेकिन वहां के गवर्नर ने बताया कि आग अब यहां एक स्थायी समस्या बन गई है। उन्होंने कहा था, “यहां कोई आग लगने का मौसम नहीं है, बल्कि यह यह आग लगने का साल है।”
लॉस एंजेलिस और आसपास के इलाके में आग लगने के बाद एक बड़ी बहस शुरू हो गई थी कि इस तरह की घटनाओं को रोकने को लेकर सरकार की क्या तैयारी थी। आग लगने की घटना सामने आने के बाद मीडिया में यह खबर आई कि इलाके में पानी भंडार करने वाले अधिकतर हॉज सूखे हुए थे।
इसके अलावा कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम ने जल आपूर्ति में कमी और सैंटा यनेज जलाशय के बंद होने पर स्वतंत्र जांच की मांग की और यह भी पूछा कि जब आग लगी थी तो जलाशय मरम्मत के लिए क्यों खाली था। उन्होंने लिखा, “फायर हाइड्रेंट्स से जल आपूर्ति खोने से संभवतः कुछ घरों और निकासी मार्गों की सुरक्षा में परेशानी आई होगी।”
आग लगने से पहले, लॉस एंजेलिस के फायर चीफ ने एक मेमो में चेतावनी दी थी कि बजट में कटौती के चलते उनके विभाग की आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमता प्रभावित हुई है। बीते शनिवार को लॉस एंजेलिस काउंटी के फायर चीफ एंथनी मारोने ने अलग से यह कहा कि उनके विभाग की तैयारी में कोई कमी नहीं थी। उन्होंने कहा, “मैंने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी यह सुनिश्चित करने के लिए कि पहले आग लगने से पहले हमारे पास पर्याप्त कर्मचारी और संसाधन थे।”
उन्होंने आगे कहा, “यह तैयारी या निर्णय लेने में देरी के कारण नहीं हुआ। यह एक प्राकृतिक आपदा थी।”
इसके अलावा गुरुवार को लॉस एंजेलिस में सभी मोबाइल फोन पर गलती से भेजे गए अलर्ट्स से लोगों में भगदड़ मच गई, जिसके चलते वहां के निवासियों को गुस्सा भी आया। हालांकि, अधिकारियों ने बाद में इसे “निराशाजनक” और “अस्वीकार्य” बताया। उन्होंने यह भी कहा कि वे अपने अलर्ट सिस्टम को बदलने के लिए कैलिफोर्निया राज्य आपातकालीन सूचना प्रणाली के साथ मिलकर काम करेंगे।
इस भयंकर आग की वजह से अब तक 12,000 से अधिक संरचनाएं जलकर खाक हो गई हैं। इसमें कई मल्टीमिलियन डॉलर की संपत्तियां भी शामिल हैं। हालांकि, पूरा नुकसान का सही अनुमान लगाना अभी मुश्किल है क्योंकि आग लगातार बढ़ रही है।
AccuWeather द्वारा किए गए एक प्रारंभिक अनुमान में कहा गया है कि अब तक हुए नुकसान और आर्थिक हानि का आंकड़ा 135 बिलियन डॉलर से 150 बिलियन डॉलर के बीच हो सकता है। तुलना के लिए, AccuWeather ने पिछले साल आए तूफान ‘हेलेन’ के दौरान हुए नुकसान और आर्थिक हानि का अनुमान 225 बिलियन डॉलर से 250 बिलियन डॉलर के बीच लगाया था, जो छह दक्षिण-पूर्वी राज्यों से होकर गुजरा था।
AccuWeather अपनी गणना में कई पहलुओं को ध्यान में रखता है, जिसमें घरों, व्यवसायों, बुनियादी ढांचे और वाहनों को हुए नुकसान, साथ ही साथ स्वास्थ्य देखभाल लागत, मजदूरी और आपूर्ति श्रृंखला आदि शामिल है।
शुक्रवार को एक रिपोर्ट में, मूडीज ने भी निष्कर्ष निकाला कि यह आग अमेरिकी इतिहास की सबसे महंगी साबित होगी, खासकर इसलिए क्योंकि इसने घनी आबादी वाले क्षेत्रों को प्रभावित किया है, जहां उच्च-मूल्य वाली संपत्तियां हैं। हालांकि राज्य में बड़ी जंगली आगों से आमतौर पर निपटा जाता है, ये आमतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में होती हैं, जहां जनसंख्या कम होती है। इससे प्रति एकड़ नुकसान कम होता है, और कम कीमत वाली संपत्तियों को ज्यादा नुकसान होता है, मूडीज ने कहा।
लेकिन इस बार स्थिति अलग है, क्योंकि एक बड़ी आग ने पैसिफिक पलिसेड्स और मालिबू जैसे क्षेत्रों में हजारों संपत्तियां नष्ट कर दीं, जो कई हॉलीवुड सितारों और करोड़पति व्यापारियों के घर हैं। पहले ही कई हॉलीवुड सेलिब्रिटीज अपनी संपत्तियां खो चुके हैं, जिसमें पेरिस हिल्टन, बिली क्रिस्टल, ऐडम ब्रूडी, जेम्स वुड्स, एंथनी हॉपकिंस, जॉन गुडमैन, मैंडी मूरे आदि शामिल हैं। इसके अलावा स्टीवन स्पीलबर्ग, डायने कीटन और बेन एफलेक जैसी हस्तियों को अपने घर छोड़कर जाना पड़ा।