जी 20 समूह में शामिल देश अफ्रीकी यूनियन को स्थायी सदस्यता देने पर सहमत हो गए हैं। यह जानकारी इस मामले से जुड़े सूत्रों ने दी। सूत्र ने बताया कि अफ्रीकी यूनियन में महाद्वीप के शामिल 55 सदस्यों को ईयू की तरह ही दर्जा प्राप्त हो जाएगा। अभी अफ्रीकी यूनियन का दर्जा ‘आमंत्रित अंतरराष्ट्रीय संगठन’ के तौर पर है।
हालांकि भारत के दो सूत्रों ने बताया कि अफ्रीकी यूनियन को औपचारिक रूप से सदस्यता अगले साल ही मिल पाएगी और अगले साल भारत की जगह ब्राजील भूमिका निभाएगा। नाम उजागर नहीं करने पर सूत्र ने बताया कि जी 20 समूह में अफ्रीकी यूनियन को सदस्यता देने पर कोई विरोध नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून में जी 20 के देशों को पत्र लिखा था कि भारत में होने वाली शिखर वार्ता के दौरान अफ्रीकी यूनियन को जी 20 का स्थायी सदस्य बनाया जाए।
मोदी के भारत और विदेशी मीडिया में प्रकाशित लेख में कहा गया था, ‘हमारी अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में न सिर्फ अफ्रीकी देशों की सबसे बड़ी भागीदारी हुई है बल्कि जी 20 में अफ्रीकी यूनियन को शामिल करने को जोरदार ढंग से बढ़ाया गया है।’