अंतरराष्ट्रीय

श्रीलंका के राष्ट्रपति बनते ही मोदी से मिलने भारत आए दिसानायके

पीएम मोदी ने श्रीलंकाई राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए कहा कि हमें ख़ुशी है कि राष्ट्रपति के रूप में अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए आपने भारत चुना है।

Published by
निमिष कुमार   
Last Updated- December 16, 2024 | 4:30 PM IST

श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। राष्ट्रपति दिसानायके की पद संभालने के बाद ये पहली विदेश यात्रा है। पीएम मोदी ने श्रीलंकाई राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए कहा कि हमें ख़ुशी है कि राष्ट्रपति के रूप में अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए आपने भारत चुना है। आज की इस यात्रा से हमारे संबंधों में नई गति और ऊर्जा का सृजन हो रहा है। हमने अपनी पार्टनरशिप के लिए एक फ्यूचरिस्टिक विज़न अपनाया है। हमने अपनी आर्थिक साझेदारी में investment-led ग्रोथ और कनेक्टिविटी पर बल दिया है। और, निर्णय लिया है कि फिज़िकल, डिजिटल और एनर्जी कनेक्टिविटी हमारी भागीदारी के अहम स्तंभ होंगे।

भारत-श्रीलंका द्विपक्षीय वार्ता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि दोनों देशों के बीच electricity grid connectivity और multi-product petroleum pipeline स्थापित करने पर काम किया जायेगा। सामपुर सोलर पावर प्रोजेक्ट को गति दी जायेगी। साथ ही, श्रीलंका के पावर प्लांट्स के लिए LNG सप्लाई की जाएगी। भारत ने अब तक श्रीलंका को 5 बिलियन डॉलर की Lines of Credit और grant सहायता प्रदान की है। श्रीलंका के सभी 25 जिलों में भारत सहयोग कर रहा है माहो-अनुराधापुरम रेल सेक्शन के सिग्नलिंग सिस्टम, और कांकेसंथुराई Port के पुनरुद्धार के लिए grant सहायता दी जाएगी। Housing, renewable energy और infrastructure के साथ-साथ, श्रीलंका में कृषि, डेयरी और फिशरीज के विकास के लिए भी भारत सहयोग देगा।

पीएम मोदी ने कहा कि हमने रक्षा सहयोग समझौते को शीघ्र अंतिम रूप देने का निर्णय लिया है। हाइड्रोग्राफ़ी पर भी सहयोग की सहमति बनी है। हम मानते हैं कि कोलंबो सिक्यूरिटी कॉन्क्लेव, क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और विकास के लिए अहम प्लेटफार्म है। इसके अंतर्गत, Maritime Security, Counter Terrorism, Cyber Security, तस्करी और Organized Crime के खिलाफ लड़ाई, Humanitarian Assistance and Disaster Relief जैसे विषयों पर सहयोग बढ़ाया जायेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और श्रीलंका के people to people संबंध हमारी सभ्यताओं से जुड़े हैं। जब भारत में पाली भाषा को “Classical भाषा” का दर्जा दिया गया, तो श्रीलंका में भी उसकी खुशी मनाई गई। फ़ेरी सर्विस और चेन्नई-ज़ाफ़ना फ़्लाइट कनेक्टिविटी से पर्यटन को बढ़ावा मिला है, और साथ ही, हमारे सांस्कृतिक संबंधों को भी मजबूती मिली है। हमने निर्णय लिया है कि नागपतिनाम और कन्केसंथूराई फेरी सर्विस की सफल शुरुआत के बाद, अब रामेश्वरम और तलाइमनार के बीच फ़ेरी सर्विस शुरू की जायेगी। ‘बौद्ध सर्किट’ और श्रीलंका के ‘रामायण ट्रेल’ के माध्यम से पर्यटन की अपार संभावनाओं को साकार करने पर भी काम किया जायेगा। शिक्षा सहयोग के तहत, अगले वर्ष से, जाफना और पूर्वी प्रान्त के विश्वविद्यालयों में 200 छात्रों को मासिक छात्रवृत्ति दी जाएगी। अगले पाँच वर्षों में श्रीलंका के 1500 civil servants को भारत में प्रशिक्षण दिया जाएगा। Sri Lanka में Unique Digital Identity प्रोजेक्ट के लिए भी भारत भागीदारी करेगा।

हमने मछुआरों की आजीविका से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की। हम सहमत हैं, कि हमें इस मामले में एक मानवीय approach के साथ आगे बढ़ना चाहिए। हमने श्रीलंका में reconstruction और reconciliation पर भी बात की। राष्ट्रपति दिसानायक ने अपने समावेशी दृष्टिकोण के बारे में मुझे बताया। हम आशा करते हैं कि श्रीलंका सरकार तमिलों की आकांक्षाओं को पूरा करेगी। और श्रीलंका के संविधान के पूर्ण इम्प्लीमेंटेशन, और Provincial Council Elections कराने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करेगी।

बता दें कि श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके सितंबर में शीर्ष पद संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर रविवार को तीन दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे और उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के साथ बैठक की। ऐसा माना जा रहा है कि जयशंकर और डोभाल के साथ दिसानायके की अलग-अलग चर्चाओं में दोनों पड़ोसी देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को बढ़ाने के तौर-तरीकों सहित समग्र द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। दिसानायके ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज (रविवार) रात डॉ. एस. जयशंकर और अजीत डोभाल के साथ आपसी हितों के मामलों पर सार्थ चर्चा हुई।’’

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि दिसानायके की यात्रा भारत-श्रीलंका संबंधों को और गहरा करने तथा जन-केंद्रित साझेदारी को गति देने का एक अवसर होगी। उन्होंने दिल्ली हवाई अड्डे पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन के दिसानायके का स्वागत करने की तस्वीरें साझा करते हुए कहा, गर्मजोशी भरा और विशेष स्वागत!

श्रीलंकाई नेता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे। दिसानायके का भारत और श्रीलंका के बीच निवेश एवं वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली में एक व्यापारिक कार्यक्रम में भाग लेने का भी कार्यक्रम है। उनका बोधगया जाने का भी कार्यक्रम है।

First Published : December 16, 2024 | 4:30 PM IST