अंतरराष्ट्रीय

पाकिस्तान के जिस पोर्ट को चीन ने बनाया, उसी पर बलूचिस्तानी अलगाववादियों ने कर दिया अटैक

Gwadar Port Authority under attack: Gwadar Port हमले में पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में सात हमलावरों की मौत हो गई।

Published by
रत्न शंकर मिश्र   
Last Updated- March 20, 2024 | 8:50 PM IST

Gwadar Port Authority under attack: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘बेल्ट ऐंड रोड’ का हिस्सा रहे ग्वादर पोर्ट (Gwadar Port) पर आज बलूचिस्तान के अलगाववादी लोगों ने हमला कर दिया। पाकिस्तान के न्यूजपेपर डॉन ने रिपोर्ट में बताया कि बलूचिस्तान के ये लोग ग्वादर पोर्ट अथॉरिटी कॉम्प्लेक्स (Gwadar Port Authority Complex) में घुसे और गोलीबारी करना शुरू कर दिया।

मकरॉन के कमिश्नर सईद अहमद उमरानी ने डॉन को बताया कि आज शाम तक जब पुलिस और सुरक्षा बलों की एक बड़ी टुकड़ी घटनास्थल पर पहुंच गई थी, जहां भीषण गोलीबारी चल रही थी। पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में सात हमलावरों की मौत हो गई।

हमले वाली जगह चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) का हिस्सा

पाकिस्तान के अधिकारियों ने बताया कि ग्वादर पोर्ट अथॉरिटी कॉम्प्लेक्स में गोलीबारी के बाद पुलिस और सुरक्षा बलों ने सात हमलावरों को मार दिया है। अधिकारी ने कहा कि बंदूकों और बमों से लैस बलूच अलगाववादियों ने अरबों डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के तहत डेवलप किए गए पाकिस्तान के रणनीतिक ग्वादर बंदरगाह पर हमला किया।

चीन के साथ मिलकर तैयार किए गए इस पोर्ट को लेकर दशकों से विवाद जारी है और कई बार विद्रोह भी हुए हैं। लेकिन इन सब के बावजूद, चीन ने खनिज समृद्ध (मिनरल रिच) बलूचिस्तान में भारी निवेश किया है। इस निवेश में ग्वादर का डेवलपमेंट भी शामिल है। बता दें कि ग्वादर बंदरगाह अरब सागर (Arabian Sea) के तट पर स्थित है।

बलूच लिबरेशन ऑर्मी ने किया अटैक, जानिये BLA के बारे में

डॉन के मुताबिक, पाकिस्तान में प्रतिबंधित उग्रवादी अलगाववादी संगठन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के माजिद ब्रिगेड ने हमले की जिम्मेदारी ली है। यह ग्रुप पहले भी चीनी निवेश के खिलाफ कई बार विद्रोह कर चुका है। पिछले साल अगस्त में, इस ग्रुप ने बलूचिस्तान में चीनी श्रमिकों के एक काफिले पर हमला किया था और हमले की जिम्मेदारी भी ली थी।

बलूचिस्तान लिबरेशन ऑर्मी कई अलगाववादी समूहों को मिलाकर बनाई गई है। इसे बलूचिस्तान को आजाद देश बनाने के उद्देश्य से पाकिस्तान सरकार बनाया गया है।

क्या है ग्वादर पोर्ट

गौरतलब है कि गहरे पानी का यह ग्वादर बंदरगाह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के तहत डेवलप किया गया है, जिसमें सड़कें और एनर्जी प्रोजेक्ट्स भी शामिल हैं और यह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बेल्ट एंड रोड (Belt and Road-B&R) पहल का हिस्सा है।

साल 2015 में चीन और पाकिस्तान ने बलूचिस्तान में एक बड़े निवेश का ऐलान किया था, जिसका नाम था चाइना-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर। इस प्रोजेक्ट को डेवलप करने के लिए पाकिस्तान और चीन के बीच में 45 अरब डॉलर की डील हुई थी। इसका उद्देश्य उत्तरी पाकिस्तान (Northern Pakistan ) और पश्चिनी चीन (western China) के वाटर शीपोर्ट को लिंक करना था।

First Published : March 20, 2024 | 8:35 PM IST