facebookmetapixel
नवंबर में भारत से आईफोन का निर्यात 2 अरब डॉलर तक पहुंचा, बना नया रिकार्डएवेरा कैब्स ने 4,000 ब्लू स्मार्ट इलेक्ट्रिक कारें अपने बेड़े में शामिल करने की बनाई योजनाGST बढ़ने के बावजूद भारत में 350 CC से अधिक की प्रीमियम मोटरसाइकल की बढ़ी बिक्रीJPMorgan 30,000 कर्मचारियों के लिए भारत में बनाएगा एशिया का सबसे बड़ा ग्लोबल कैपेसिटी सेंटरIPL Auction 2026: कैमरन ग्रीन बने सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी, KKR ने 25.20 करोड़ रुपये में खरीदानिजी खदानों से कोयला बिक्री पर 50% सीमा हटाने का प्रस्ताव, पुराने स्टॉक को मिलेगा खुला बाजारदूरदराज के हर क्षेत्र को सैटकॉम से जोड़ने का लक्ष्य, वंचित इलाकों तक पहुंचेगी सुविधा: सिंधियारिकॉर्ड निचले स्तर पर रुपया: डॉलर के मुकाबले 91 के पार फिसली भारतीय मुद्रा, निवेशक सतर्कअमेरिका से दूरी का असर: भारत से चीन को होने वाले निर्यात में जबरदस्त तेजी, नवंबर में 90% की हुई बढ़ोतरीICICI Prudential AMC IPO: 39 गुना मिला सब्सक्रिप्शन, निवेशकों ने दिखाया जबरदस्त भरोसा

दर्जन से अधिक गैस पाइपलाइनों के लिए 1 अप्रैल से एकीकृत शुल्क

Last Updated- March 29, 2023 | 11:55 PM IST
New formula to fix gas price will reduce income of gas producers: S&P

राष्ट्रीय ग्रिड से जुड़ी एक दर्जन से अधिक गैस पाइपलाइनों पर 1 अप्रैल से एकीकृत शुल्क लगेगा। यह जानकारी पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड ने बुधवार को दी। बिज़नेस स्टैंडर्ड ने फरवरी में जानकारी दी थी कि सरकार अप्रैल से नई व्यवस्था शुरू करेगी।

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड ने सूचना जारी की है कि सिद्धांत ‘एक देश, एक ग्रिड और एक शुल्क’ के तहत लेवलाइज्ड एकीक=त शुल्क 73.93 रुपये प्रति मीट्रिक मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट होगा। नए शुल्क से अधिक दूरी तक और कई पाइपलाइनों से ईंधन ले जाने वाले ग्राहकों को फायदा मिलने की उम्मीद है।

वर्तमान समय में उपभोक्ताओं को कई व परस्पर जुड़ी पाइपलाइनों का इस्तेमाल करने पर अतिरिक्त शुल्क अदा करना पड़ता है। इसके कारण पास की तुलना में दूरी पर ईंधन लेकर जाने पर उपभोक्ताओं को अधिक शुल्क अदा करना पड़ता है। एकीकृत शुल्क को आसान करने के लिए क्षेत्र के नियामक ने इकाई स्तर पर समन्वित प्राक=तिक गैस पाइपलाइन शुल्क पेश किया है।

नई व्यवस्था के तहत उपभोक्ता से तीन जोन में गैस के परिवहन के लिए एकीक=त शुल्क वसूला जाएगा जबकि पहले दो जोन के लिए शुल्क वसूला जाता था। इसके तहत तहत स्रोत से 300 किलोमीटर तक (गैस फील्ड या तरलीक=त प्राक=तिक गैस आयात टर्मिनल), 300-1200 किलोमीटर और 1200 से अधिक गैस को ले जाना है।

राष्ट्रीय गैस ग्रिड में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड, ऑयल ऐंड नैचुरल गैस कारपोरेशन लिमिटेड, गेल (इंडिया) लिमिटेज, पाइपलाइन इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, गुजरात स्टेट पेट्रोनेट लिमिटेड, गुजरात गैस लिमिटेड, रिलायंस गैस पाइपलाइन लिमिटेड, सीएसपीएल इंडिया गैसनेट लिमिटेड और जीएसपीएल इंडिया ट्रांसको लिमिटेड के सभी इंटरकनेक्टिड पाइपलाइन नेटवर्क और संचालित पाइपलाइन हैं।

First Published - March 29, 2023 | 11:55 PM IST

संबंधित पोस्ट