भारत मौसम विभाग (IMD) ने कहा है कि 2025 में देश में सामान्य से ज़्यादा बारिश हो सकती है। यह बारिश पूरे औसत का लगभग 105% हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो यह सरकार के लिए राहत की बात होगी, क्योंकि इससे महंगाई को कम करने में मदद मिल सकती है। IMD की बात देश की निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट की भविष्यवाणी से भी मिलती-जुलती है। स्काइमेट ने पिछले हफ्ते कहा था कि इस साल जून से सितंबर के बीच होने वाला दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सामान्य रहेगा और यह औसत का 103% हो सकता है।
सामान्य बारिश का मतलब क्या होता है?
भारत में जून से सितंबर के बीच औसतन 87 सेंटीमीटर बारिश होती है। अगर यह 96% से 104% के बीच हो, तो उसे ‘सामान्य’ बारिश माना जाता है। IMD ने जो कहा है, वह इस दायरे से थोड़ा ज़्यादा है, यानी ‘सामान्य से ऊपर’ की बारिश। इस बार बारिश के लिए मौसम के हालात भी अच्छे हैं। एल नीनो का असर पहले मौसम को बिगाड़ता था, अब वह कमजोर हो गया है। साथ ही, समुद्र और बर्फबारी के हालात भी ऐसे हैं जो भारत में अच्छी बारिश ला सकते हैं।
2024 में भी भारत में अच्छी बारिश हुई थी। पूरे देश में जून से सितंबर तक 935 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 8% ज़्यादा थी। यह पिछले तीन सालों में सबसे अच्छी बारिश थी। अगर इस साल भी अच्छी बारिश होती है तो खरीफ फसलें जैसे धान, मक्का आदि अच्छी होंगी। इससे खेतों में नमी बनी रहेगी, जिससे अगली फसल यानी रबी को भी फायदा होगा।
जलाशयों में भी बढ़ेगा पानी
बारिश से देश के जलाशयों में पानी भरने में भी मदद मिलेगी। अभी कई जलाशयों में पानी की कमी है। अच्छी बारिश से वहां भी हालात सुधरेंगे।