ट्रेन में चोरी जैसी घटनाओं को रोकने के लिए भारतीय रेलवे जल्द ही ओटीपी आधारित डिजिटल लॉकिंग सिस्टम (OTP based Digital Lock System) की शुरुआत करने वाली है। इसके माध्यम से लोगों का कीमती सामान या पार्सल सुरक्षित रहेगा।
ओटीपी आधारित डिजिटल लॉकिंग सिस्टम के शुरू होने से माल और पार्सल ट्रेनों में चोरी की घटनाओं को रोका जा सकेगा। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
जानें कैसे करेगा रेलवे का स्मार्ट लॉक काम
इस सिस्टम को अधिकतर ट्रक मे इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें GPS (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) लगा होता है। ट्रक में जीपीएस के होने से गाड़ी की लाइव लोकेशन का पता चलता है और साथ ही माल की चोरी होने का खतरा भी कम रहता है।
अधिकारियों के मुताबिक, ओटीपी आधारित डिजिटल लॉकिंग सिस्टम का इस्तेमाल खुली और बंद दोनों ट्रेनों के लिए किया जाएगा।
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि यात्रा के दौरान ट्रेन में रखे सामान को कोई एक्सेस नहीं कर सकेगा। इसको केवल ओटीपी डालने के बाद ही बाहर निकाला जा सकेगा। अधिकारी ने कहा कि अभी तक रेलवे मालगाड़ियों को सील करती है और हर स्टेशन पर ये चेक किया जाता है कि सामान सुरक्षित है या नहीं। इस ओटीपी सिस्टम के आने से इस तरह की समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।
रेलवे कर्मचारियों को हर स्टेशन पर एक ओटीपी मिलेगा जिसके जरिए ही सामान की लोडिंग या अनलोडिंग हो सकेगी। अधिकारी ने बताया कि जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होगी तो संबंधित कर्मचारी के मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा। डेस्टिनेशन पर पहुंचने के बाद ड्राइवर को लॉक में बटन दबाकर स्थान की पुष्टि करनी होगी।
ओटीपी को वेरिफाई करने के लिए और लॉक को अनलॉक करने के लिए चालक के मोबाइल नंबर पर एक और ओटीपी भेजा जाएगा। अधिकारी ने बताया कि ट्रेन को ट्रैक भी किया जाएगा और लोकेशन रिकॉर्ड की जाएगी।
अगर ट्रेन के दरवाजे के साथ कोई भी छेड़छाड़ या टक्कर होती है, तो अधिकारी को तुरंत इसकी सूचना उसके मोबाइल नंबर पर एक अलर्ट मैसेज के जरिए मिल जाएगी।