देश की सबसे अमीर नगर निकाय मुंबई महानगर पालिका के चुनावी जंग में एक बार फिर से टोल टैक्स का मुद्दा हावी रह सकता है। मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र की राजनीति में टोल टैक्स प्रभावी मुद्दा रहा है। टोल नाके की सियासत की सियासत को एक फिर से गरम करते हुए शिवसेना (उद्धव) नेता आदित्य ठाकरे मुंबई के टोल नाकों को तत्काल बंद करने की मांग उठा दी है।
आदित्य ठाकरे ने की टोल बंद करने की मांग
महाराष्ट्र में टोल प्लाजा का विवाद भले ही पुराना है लेकिन जब भी किसी सियासी दल ने इस मुद्दे को उठाया, जनता का उसे पूरा समर्थन मिलता। मुम्बई में BMC चुनाव से पहले शिवसेना (UBT) के नेता और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने मुम्बई के प्रवेश द्वार पर मौजूद 5 में से 2 बड़े टोल प्लाजा को बंद करने की मांग है।
आदित्य ठाकरे ने अचानक एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर मुम्बई के ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे और वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर स्थित टोल प्लाजा को बंद करने की मांग रखी है और ये भी कहा है कि बीएमसी में उनकी सत्ता आते ही वो इन दोनों टोल प्लाजा को बंद कर देंगे।
डबल टैक्स पर क्या बोले ठाकरे ?
आदित्य ठाकरे ने कहा कि मुंबईकरों से डबल टैक्स वसूला जा रहा है। मुंबई शहर को ठाणे और भायंदर-मीरा रोड से जोड़ने वाले ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे और वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे की देखरेख का काम पहले MMRDA यानी मुंबई मेट्रोपॉलिटियन रिजन डेवलपमेंट अथॉरिटी देखती थी। लेकिन अब इन दोनों एक्सप्रेस हाईवे के देखभाल का काम बीएमसी को दे दिया गया है।
अब मुंबईकरों के टैक्स के पैसे से इन सड़कों के रख रखाव का काम किया जाएगा। जबकि इन दोनों एक्सप्रेस हाईवे पर स्थित टोल नाको से मिलने वाला राजस्व अभी MSRDC को मिल रहा है। इतना ही नहीं इन हाईवे पर मौजूद सरकारी विज्ञापन होर्डिंग्स की कमाई भी MSRDC के खाते में ही जा रही है। आदित्य ने कहा कि जब सड़क की देखभाल BMC को ही करना है तो ऐसे में टोल से होने वाली आमदनी भी BMC को मिलनी चाहिए साथ ही में विज्ञापन से मिलने वाला राजस्व भी BMC को ही मिलना चाहिए।
आदित्य ने कहा कि उनकी पार्टी टोल नाकों को बंद करने के लिए सड़क पर उतरकर आंदोलन नहीं करेंगी क्योंकि ऐसा करने से टोलकर्मियों का नुकसान होगा और ट्रैफिक की वजह से आम लोगों को भी परेशानी उठानी पड़ेग। मैंने बीएमसी कमिशनर को पत्र लिखा है, लेकिन ये वसूलीबाज़ और ठेकेदारों की सरकार टोल नहीं बंद करेगी, तो जब हमारी सरकार आएगी तो हम टोल बंद करेंगे।
पहले MNS ने उठाया था टोल प्लाजा बंद करने का मुद्दा
हालांकि महाराष्ट्र में टोल प्लाजा बंद करने का मुद्दा सबसे पहले राज ठाकरे की पार्टी MNS ने उठाया था। साल 2014 में एनएनएस कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के 8 शहरों में टोल प्लाजा के विरोध में जमकर तोड़ फोड़ किया था, जिसके बाद पूरे महाराष्ट्र के करीब 60 टोल प्लाजा को सरकार ने बंद कर दिया। हाल ही में राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे को नाशिक में समृद्धि एक्सप्रेसवे के टोल पर रोका गया था जिसके बाद उनके समर्थको का गुस्सा फूटा और टोल प्लाजा पर जमकर तोड़फोड़ की गई।
दरअसल मुंबई के दहिसर और ठाणे टोल नाका से हर दिन करोड़ों रुपये राज्य सरकार की तिजोरी में जाती है। इसके लिए सत्ता में बैठ लोगो इस मुद्दे भूल जाते हैं तो दूसरी तरफ विपक्ष के लिए यह सबसे आसान मुद्दा होता है सरकार को घेरने के लिए, क्योंकि टोल नाकों का विरोध करने वालों को जनता का खूब समर्थन मिलता है।