Hathras stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में धार्मिक सत्संग के दौरान मची भगदड़ में मरने वालों की तादाद 121 हो गई है वहीं चार दर्जन लोगों का इलाज चल रहा है। बुधवार को घटनास्थल पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हाथरस के सिकंदराराऊ में हुए हादसे मे 121 श्रद्धालुओं की मृत्य हुई जो उत्तरप्रदेश के साथ हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश से भी जुड़े थे। उन्होंने बताया कि उत्तरप्रदेश में हाथरस, बदायूं, कासगंज, अलीगढ़, एटा, ललितपुर, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद, मथुरा, औरैया, पीलीभीत और सोनभद्र सहित 16 जिलो से आये थे।
इसके अलावा 121 में से 6 मृतक अन्य राज्य के थे जिसमें ग्वालियर मध्य प्रदेश से एक, हरियाणा के चार और राजस्थान से एक थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाथरस के अस्पताल में 31 घायल भर्ती है और अन्य का एटा व आगरा के अस्पतालों में इलाज चल रहा है। उनका कहना है कि सभी घायल खतरे से बाहर है।
घटनास्थल का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री ने बताया कि घायलों से बात करने पर पता चला है कि हादसा कार्यक्रम के बाद हुआ। सत्संग में जो बाबा अपना कथावाचन करने आये थे उनकी कथा समाप्त होने के बाद महिलाओं का एक दल उनको छूने के लिए बढ़े, सेवादारो से धक्का-मुक्की हुई जिसके बाद जीटी रोड के पास हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) के निर्देशन में जांच कमेटी गठित हुई है।
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आयोजकों से जांच में पूछताछ होगी और लापरवाही पर जवाबदेही तय होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना के पीछे साजिश से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसलिए इसकी एक न्यायिक जांच करवाएंगे जिसमे हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज व प्रशासनिक रिटायर्ड अधिकारी होंगे और इसके बाद उनके सुझाव को हम आगे लागू करेंगे जिससे भविष्य में ऐसी घटना न हो।