सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में ड्रोन हमले का दावा किया गया था। जांच में पता चला कि यह वीडियो असल में एक खेत में लगी आग का है, जिसका ड्रोन से कोई लेना-देना नहीं है।
India-Pakistan Tensions: भारत सरकार ने पाकिस्तान की ओर से सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे झूठे दावों को सिरे से खारिज कर दिया है। इनमें जालंधर में ड्रोन हमले और भारतीय सेना की एक कथित चौकी को नष्ट करने जैसे दावे शामिल हैं, जो पूरी तरह फर्जी पाए गए हैं। यह स्पष्टीकरण ऐसे वक्त आया है जब 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया है और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है।
शुक्रवार, 9 मई को केंद्र सरकार ने एक डीटेल रिपोर्ट जारी की, जिसमें 8 मई की रात 10 बजे से 9 मई की शाम 6:30 बजे तक फैलाई गई सात अलग-अलग फर्जी खबरों की पहचान की गई है। सरकार की फैक्ट-चेक इकाई ने इन वायरल वीडियो और दावों की जांच की, जिनमें से अधिकतर पाकिस्तान से संचालित सोशल मीडिया अकाउंट्स से शुरू हुए और कुछ भारतीय मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने भी इन्हें बढ़ावा दिया।
सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ऐसे किसी भी वीडियो या संदेश पर भरोसा करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें और फर्जी खबरों को साझा करने से बचें।
सरकार ने बताया है कि हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर भारत की सैन्य तैयारियों और कार्रवाई को लेकर कई फर्जी दावे फैलाए गए, जिनका मकसद देश की छवि को नुकसान पहुंचाना था। इन दावों की जांच के बाद उन्हें गलत और भ्रामक करार दिया गया। इनमें मुख्य रूप से तीन फर्जी वीडियो और घटनाएं सामने आई हैं:
जलंधर में ड्रोन हमले का फर्जी वीडियो: सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में ड्रोन हमले का दावा किया गया था। जांच में पता चला कि यह वीडियो असल में एक खेत में लगी आग का है, जिसका ड्रोन से कोई लेना-देना नहीं है।
राजौरी में फिदायीन हमले का झूठा दावा: कुछ प्लेटफॉर्म्स पर राजौरी में आत्मघाती हमला होने की बात कही गई थी। सरकारी एजेंसियों ने कहा है कि राजौरी में सेना की ब्रिगेड पर कोई आत्मघाती हमला नहीं हुआ है। जालंधर में ड्रोन हमले की खबर भी झूठी है। पीआईबी की फैक्ट चेक यूनिट ने इन दावों को गलत बताया है। जालंधर वाले वीडियो में दिख रही आग असल में खेत में लगी थी। एक और वीडियो सोशल मीडिया पर भारत पर मिसाइल हमला बताया जा रहा है। लेकिन वह 2020 में लेबनान के बेरूत धमाके का है। एक पुराना वीडियो, जिसमें तेल टैंकर में धमाका हुआ था, उसे गुजरात के हजीरा पोर्ट पर हमले का बताया जा रहा है।
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भारतीय पोस्ट को उड़ाने का फर्जी वीडियो: एक वीडियो में दावा किया गया कि ’20 राज बटालियन’ ने भारतीय सेना की एक पोस्ट को नष्ट कर दिया। जांच में सामने आया कि न तो यह घटना सही है और न ही ऐसा कोई बटालियन मौजूद है। यह वीडियो पूरी तरह से झूठा है।
सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर फैल रही असत्य जानकारियों से सतर्क रहें और किसी भी वीडियो या खबर को शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई की पुष्टि जरूर करें।
सोशल मीडिया पर हाल ही में सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी कई भ्रामक जानकारियां वायरल हुईं, जिन पर केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए सफाई दी है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। सरकार ने हर मामले के लिए फैक्ट-चेक लिंक जारी किए हैं और मीडिया संस्थानों व नागरिकों से आग्रह किया है कि किसी भी जानकारी को साझा करने से पहले आधिकारिक स्रोतों से उसकी पुष्टि जरूर करें।
7 मई को भारत ने ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकियों के ठिकानों पर 23 मिनट लंबी सटीक एयरस्ट्राइक की। इस अभियान में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े लॉन्चपैड और ठिकानों को निशाना बनाया गया।
इस मिशन के लिए राफेल लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया गया, जिन्होंने SCALP मिसाइल और AASM हैमर बम से बहावलपुर, मुरिदके, सियालकोट और मुज़फ़्फ़राबाद जैसे इलाकों में आतंकी ठिकानों पर हमला किया। पाकिस्तान ने इस कार्रवाई की आलोचना की है।