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सरकारी कंपनियों ने PM CARES को दी बड़ी रकम

बिजनेस स्टैंडर्ड ने ऐसी 57 कंपनियों की पहचान की जिनमें सरकार की बड़ी हिस्सेदारी है। उनका योगदान PM CARES में दान देने वाली करीब 247 अन्य कंपनियों के मुकाबले अ​धिक है। दान की कुल रकम 4,910.50 करोड़ रुपये (सरकारी एवं निजी कंपनियों) में उन सरकारी कंपनियों का योगदान 59.3 फीसदी रहा।

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सचिन मामपट्टा
Last Updated- April 23, 2023 | 11:39 PM IST

प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपातकालीन राहत कोष (PM CARES) में लिस्टेड कंपनियों द्वारा दिए गए दान में सरकारी कंपनियों का योगदान अ​धिक रहा है। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में सूचीबद्ध कंपनियों पर नजर रखने वाली फर्म प्राइमइन्फोबेस डॉट कॉम द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि PM CARES में सरकारी कंपनियों ने करीब 2,913.60 करोड़ रुपये का योगदान किया है।

बिजनेस स्टैंडर्ड ने ऐसी 57 कंपनियों की पहचान की जिनमें सरकार की बड़ी हिस्सेदारी है। उनका योगदान PM CARES में दान देने वाली करीब 247 अन्य कंपनियों के मुकाबले अ​धिक है। दान की कुल रकम 4,910.50 करोड़ रुपये (सरकारी एवं निजी कंपनियों) में उन सरकारी कंपनियों का योगदान 59.3 फीसदी रहा।

PM CARES में दान देने वाली इन 57 कंपनियों में से शीर्ष 5 कंपनियों में ONGC (370 करोड़ रुपये), NTPC (330 करोड़ रुपये), पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Power Grid Corporation of India) (275 करोड़ रुपये), इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) (265 करोड़ रुपये) और पावर फाइनैंस कॉरपोरेशन (Power Finance Corp) (222.4 करोड़ रुपये) शामिल हैं।

मार्च 2020 में अपनी स्थापना के बाद से ही PM CARES Fund विवादों में रहा है। प्रधानमंत्री इस फंड के चेयरमैन हैं और जबकि इसके ट्रस्ट में रक्षा मंत्री, गृह मंत्री तथा वित्त मंत्री शामिल हैं। जनवरी 2023 में केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली उच्च न्यायालय में पेश एक रिपोर्ट के अनुसार यह भारत सरकार द्वारा नियंत्रित फंड नहीं है।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस ट्रस्ट को सरकार से धन नहीं मिलता। सर्वोच्च न्यायालय ने 18 अगस्त, 2020 को अपने एक फैसले में कहा था, ‘पीएम केयर्स फंड पंजीकरण अधिनियम, 1908 के तहत 27 मार्च, 2020 को नई दिल्ली में पंजीकृत धर्मार्थ ट्रस्ट है। इसे बजट सहायता अथवा सरकारी रकम नहीं मिलती है।’

नए पैमानों के तहत कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (CSR) के तहत किए गए खर्च की जांच भी महत्त्वपूर्ण होने लगी है। कंपनियों की वा​र्षिक रिपोर्ट में उनके CSR खर्च की जानकारी सीमित करने के लिए सरकार ने सितंबर 2022 में नियम बदल दिए।

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प्राइम डेटाबेस के प्रबंध निदेशक प्रणव ह​ल्दिया ने कहा कि CSR प्रावधानों में किए गए हालिया संशोधन के कारण पारद​र्शिता पहले के मुकाबले कम हो गई है। उन्होंने कहा, ‘CSR खर्च कहां जा रहा है, इसके बारे में कंपनियों को अब शेयरधारकों को ज्यादा जानकारी नहीं देनी होती।’

PM CARES Fund को व्यक्तियों एवं अन्य संगठनों से भी दान मिलता है। उसकी वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार साल 2019-20 में कुल 3,076.60 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। साल 2020-21 में यह रकम बढ़कर 10,990.20 करोड़ रुपये हो गई।

PM CARES Fund में CSR का कुल योगदान 1,577.80 करोड़ रुपये रहा, जो साल 2019-20 में इसके कुल संग्रह के आधे से अधिक है। NSE में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल CSR योगदान साल 2020-21 में बढ़कर 2,471.60 करोड़ रुपये हो गया। साल 2021-22 में यह आंकड़ा 861.10 करोड़ रुपये ही था।

First Published : April 23, 2023 | 11:39 PM IST