वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में बताया कि सरकारी बैंकों ने भगोड़े कारोबारी विजय माल्या की संपत्तियों की सेल से 14,131.6 करोड़ रुपये वसूल किए हैं। यह वसूली आर्थिक अपराधों से निपटने और प्रभावित बैंकों को राहत देने के सरकार के प्रयासों का हिस्सा है।
विजय माल्या का मामला
पूर्व सांसद और किंगफिशर एयरलाइंस के प्रमोटर विजय माल्या 2016 में देश छोड़कर भाग गए थे। उन पर वित्तीय गड़बड़ियों के गंभीर आरोप हैं। भारत सरकार लंबे समय से उन्हें यूके से प्रत्यर्पित कराने की कोशिश कर रही है। उनकी संपत्तियां धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत जब्त कर बैंकों और कर्जदाताओं का पैसा वसूला गया है।
अन्य बड़े मामलों में वसूली
सीतारमण ने लोकसभा में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा अन्य बड़े आर्थिक अपराधियों की संपत्तियों की वसूली का भी जिक्र किया।
कुल मिलाकर ईडी ने आर्थिक अपराधों से जुड़े मामलों में 22,280 करोड़ रुपये वसूले हैं।
सीतारमण ने कहा, “हम भगोड़े आर्थिक अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं। ईडी ने यह राशि वसूलकर बैंकों को लौटाई है।”
ब्लैक मनी एक्ट और विदेशी संपत्ति का खुलासा
वित्त मंत्री ने ब्लैक मनी एक्ट 2015 के असर का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि इस कानून की वजह से करदाताओं में विदेशी संपत्तियों का खुलासा करने की प्रवृत्ति बढ़ी है।