क्रिसिल रेटिंग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत में ए ग्रेड के वाणिज्यिक कार्यालयों की शुद्ध लीजिंग इस वित्त वर्ष में 320 से 340 लाख वर्गफुट पर स्थिर रहेगी। किरायेदारों की प्रमुख श्रेणी में आने वाले वैश्विक अनिश्चितता के कारण सावधानी बरत रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘भारत के बाजार की आंतरिक ताकत और कार्यालय से काम फिर से शुरू होने की वजह से मध्यम अवधि के हिसाब से तेजी आएगी, जिससे कार्यालय परिसंपत्ति के मालिकों की क्रेडिट प्रोफाइल स्थिर रहेगी।’
भारत में वाणिज्यिक कार्यालय की जगह लेने में तकनीकी कंपनियों का दबदबा है।
सूचना तकनीक (आईटी) और आईटी सक्षम सेवा (आईटीईएस) कंपनियों ने कुल स्टॉक का 42 से 45 प्रतिशत लिया है। पिछले कुछ साल में बहुराष्ट्रीय कॉर्पोरेशनों के ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (जीसीसी) भी किरायेदारों की प्रमुख श्रेणी बनकर उभरे हैं, इन्होंने कुल क्षमता का एक तिहाई लिया है।