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बिहार विधान सभा चुनाव: भाजपा ने चिराग पासवान से संपर्क साधा, सीट बंटवारे पर की बातचीत

पासवान की पार्टी ने पिछले साल हुए लोक सभा चुनावों में पांच सीटों पर जीत हासिल की थी और इस बार विधान सभा चुनावों में पार्टी 30 सीटों पर दावा ठोंक रही है

Published by
अर्चिस मोहन   
Last Updated- October 07, 2025 | 11:30 PM IST

बिहार में विधान सभा चुनावों की तारीख नजदीक आते ही चुनावी सरगर्मी और बढ़ गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं ने मंगलवार को बिहार में अपने घटक दलों के साथ बैठक कर सीट बंटवारे का फॉर्मूला तैयार किया। दूसरी ओर, विपक्षी दलों के महागठबंधन में इसको लेकर तनाव झलक रहा है।

पहले चरण के मतदान के लिए अब नामांकन में 10 दिन से भी कम समय बचा है। 6 नवंबर को 121 सीटों पर होने वाले मतदान के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 17 अक्टूबर है। 11 नवंबर को होने वाली शेष 122 सीटों के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 20 अक्टूबर तय की गई है।

मंगलवार को भाजपा के बिहार प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंत्रिपरिषद के अपने सहयोगी और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान के साथ बातचीत की। पासवान की पार्टी ने पिछले साल हुए लोक सभा चुनावों में पांच सीटों पर जीत हासिल की थी और इस बार विधान सभा चुनावों में पार्टी 30 सीटों पर दावा ठोंक रही है। बैठक में भाजपा नेता विनोद तावड़े और मंगल पांडेय भी मौजूद रहे।

पिछली बार यानी 2020 के विधान सभा चुनावों में पासवान के नेतृत्व वाली पार्टी ने भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से नाता तोड़ लिया था और अकेले चुनावी मैदान में उतरी थी। पार्टी ने 135 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और एक सीट पर उसे जीत नसीब हुई थी मगर उसने नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की संभावनाओं को काफी नुकसान पहुंचाया था। भाजपा नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (हम) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) से भी संपर्क साधा है।

सूत्रों के मुताबिक, राजग के भीतर फिलहाल फॉर्मूला यह है कि जदयू(यू) 102 सीटों पर, भाजपा 101 सीटों पर, लोजपा (रामविलास) 25 से 26 सीटों पर, हम और आरएलएम 7 से 8 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

जहां तक ​​राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी ‘महागठबंधन’ की बात है, तो सीपीआई (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन ने मंगलवार को 19 सीटों पर लड़ने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। सीपीआई (एमएल) एल ने 2020 के बिहार विधान सभा चुनावों में ‘महागठबंधन’ के घटक दल के तौर पर 19 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और 12 सीटें जीतकर सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइक रेट के साथ उभरी थी। वामपंथी दल 2025 के विधान सभा चुनावों में 25 से 30 सीटों पर चुनाव लड़ने की उम्मीद कर रहा है। महागठबंधन में सीपीआई, सीपीआई (एम) और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) भी शामिल है।

सूत्रों के अनुसार, राजद 130 सीटों, कांग्रेस 55 सीटों, तीन वामपंथी दल 35 सीटों और वीआईपी 20 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।

First Published : October 7, 2025 | 11:22 PM IST