वित्त-बीमा

डाकियों के माध्यम से ऋण देगा SIDBI, अगले महीने से शुरू हो सकती है यह पहल

आईपीपीबी की सेवाएं देश के 1,36,000 डाकघरों में उपलब्ध है, जिनमें से 1,20,000 डाकघर ग्रामीण इलाकों में हैं।

Published by
हर्ष कुमार   
Last Updated- July 10, 2024 | 10:17 PM IST

भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी), इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) के साथ साझेदारी में जल्द ही पोस्टमैन के नेटवर्क के माध्यम से छोटे कारोबारियों को कर्ज मुहैया कराना शुरू कर सकता है।

नई दिल्ली में आयोजित सीआईआई ग्रोथ समिट में बुधवार को सिडबी के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर (डीएमडी) सुदत्त मंडल ने कहा, ‘इस पहल का मकसद डाकिया नेटवर्क का इस्तेमाल कर सूक्ष्म स्तर के उद्यमियों को धन मुहैया कराना है। डाकिया हमारे पार्टनर होंगे, जिन्हें इन छोटे उद्यमियों की ओर से जमीनी स्तर पर ऋण के प्रस्ताव मिलेंगे।’ मंडल ने आगे कहा कि वे ऋण की निगरानी और संग्रह का भी काम करेंगे। उन्होंने कहा, ‘यह पहल अगले महीने से शुरू हो सकती है।’

इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापे जाने की शर्त पर कहा, ‘ऋण दायित्वों के कारण हम सीधे कर्ज नहीं दे सकते। इसलिए कर्ज देने के लिए हम सिडबी का सहारा ले रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक से मंजूरी अभी लंबित है।’

आईपीपीबी की सेवाएं देश के 1,36,000 डाकघरों में उपलब्ध है, जिनमें से 1,20,000 डाकघर ग्रामीण इलाकों में हैं। सिडबी भारत का प्रमुख वित्तीय संस्थान है, जो सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यमों (एमएसएमई) को बढ़ावा देने, विकसित करने और धन मुहैया कराने के लिए समर्पित है।

कार्यक्रम में बोलते हुए एमएसएमई मंत्रालय में अतिरिक्त विकास आयुक्त ईशिता गांगुली त्रिपाठी ने कहा कि पंजीकृत एमएसएमई में महिला उद्यमियों की संख्या बढ़ाए जाने की जरूरत है।

First Published : July 10, 2024 | 10:08 PM IST