Skip to content
  सोमवार 5 जून 2023
Trending
June 5, 2023यूपी में लगातार बढ़ रही बिजली की मांग, समय से नहीं शुरू हो सके दो बिजली प्लांटJune 5, 2023Byju’s की सहायक कंपनी Aakash Education का अगले साल आएगा IPOJune 5, 2023Go First insolvency: जैक्सन एविएशन की याचिका पर कोर्ट ने गो फर्स्ट को जारी किया नोटिसJune 5, 2023भारत में 10 साल पूरे होने पर Amazon विक्रेताओं की 10% फीस करेगा माफJune 5, 2023बिना पीड़ितों को परेशान किए करें पूरा बीमा भुगतान, Irdai ने कंपनियों को दिए निर्देशJune 5, 2023India vs Australia, WTC Final 2023: कब, कहां, कितने बजे खेला जाएगा फाइनल मैच, जानें हर बातJune 5, 2023Odisha Train Tragedy : 51 घंटे बाद, फिर से ट्रैक पर चलना शुरू हुई ट्रेनेंJune 5, 2023UBS का स्विट्जरलैंड में होगा इकलौता राज, 12 जून तक पूरा हो सकता है क्रेडिट सुइस का अधिग्रहणJune 5, 2023कम दबाव के कारण मॉनसून आने में हो सकती है देरी, ऐसे में क्या होगा फसलों का?June 5, 2023हरियाणा के कॉलेजों को पंजाब यूनिवर्सिटी से संबद्ध करने प्रस्ताव को भगवंत मान ने किया खारिज
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  वित्त-बीमा  लॉक-इन सुविधा से बाहर भेजें पैसा
वित्त-बीमा

लॉक-इन सुविधा से बाहर भेजें पैसा

बीएस संवाददाताबीएस संवाददाता—June 20, 2022 12:56 AM IST
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

जून में रुपया 78 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर तक गिरने से उन लोगों पर दबाव बढ़ गया है, जिन्हें नियमित अंतराल के बाद विदेश में पैसा भेजना होता है। उनके लिए किफायती धन प्रेषक सेवा प्रदाता को चुनना ज्यादा अहम हो गया है। भारतीय मुख्य रूप से शिक्षा और यात्रा के लिए विदेश में पैसा भेजते हैं। ईबिक्सकैश वर्ल्ड मनी के प्रबंध निदेशक टी सी गुरुप्रसाद ने कहा, ‘वे हर साल 10 अरब डॉलर से अधिक भेजते हैं और यह आंकड़ा सालाना 20 फीसदी चक्रवृद्धिसालाना दर से बढ़ रहा है।’

नियमों को जानें
उदारीकृत धन प्रेषण योजना (एलआरएस) के तहत अल्पवयस्कों समेत सभी निवासी व्यक्ति किसी स्वीकृति योग्य चालू और पूंजी खाते लेनदेन या संयुक्त रूप से दोनों के लिए हर वित्त वर्ष में 2,50,000 डॉलर भेज सकते हैं। मुथूट पप्पाचान समूह के निदेशक जॉर्ज मुथूट ने कहा, ‘जिन ग्राहकों के बच्चे विदेश में बढ़ते हैं, उनके लिए एलआरएस फीस भरने और रहने-खाने के खर्च के लिए सुरक्षित एवं कारगर तरीका सुनि​श्चित करती है। बहुत से लोग इसका इस्तेमाल इलाज के लिए विदेश जाने पर भी करते हैं।’ शिक्षा और इलाज के लिए संबंधित दस्तावेज जमा कराकर 2,50,000 डॉलर की सीमा से अधिक धन भी भेजा जा सकता है।

प्रमुख तरीके
विदेश में पैसे भेजने के मुख्य रूप से तीन तरीके हैं। इनमें पहला बैंक हैं। दूसरा थ़ॉमस कुक वेस्टर्न यूनियन और मुथूट फिनकॉर्प जैसी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) हैं, जिन्होंने वेस्टर्न यूनियन, मनीग्राम जैसी धन हस्तांतरण कंपनियों के साथ गठजोड़ किया हुआ है। तीसरा तरीका बुकमाईफॉरेक्स जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म हैं।
एमबी वेल्थ फाइनैंशियल सॉल्यूशंस के एम वर्बे ने कहा, ‘सेवा प्रदाता चुनते समय भरोसे, लागत और विनिमय दर का ध्यान रखें। यह पसंद इस पर भी निर्भर होनी चाहिए कि भेजी जाने वाली राशि​ कितनी है और कितनी बार पैसा भेजने की जरूरत है।’

बैंक: भरोसे में बेहतर
बैंक आपको वायर ट्रांसफर, नेट बैंकिंग और विदेशी मुद्रा चेक एवं डिमांड ड्राफ्ट के जरिये विदेश में धन भेजने की सुविधा मुहैया कराते हैं। एक्सिस बैंक में कार्यकारी उपाध्यक्ष और प्रमुख- निजी, प्रीमियम बैंकिंग और थर्ड पार्टी उत्पाद सतीश कृष्णमूर्ति ने कहा,’बैंक आम तौर पर सुरक्षा मुहैया कराते हैं। विदेशी करेस्पोंडेंट बैंकों के एक नेटवर्क के जरिये धन भेजा जाता है। ‘
बड़ी राशि के लिए बैंक सबसे बेहतर विकल्प हैं। ग्राहक नजदीकी शाखा में जा सकते हैं या बैंकों के ​डिजिटल प्लेटफॉर्म द्वारा मुहैया कराई जाने वाली धन प्रेषण सुविधा का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐक्सिस जैसे बैंक ग्राहकों को मोबाइल फोन के जरिये भी पैसा भेजने की सुविधा मुहैया कराते हैं। बर्वे कहते हैं, ‘बैंक सुविधाजनक विकल्प हैं क्योंकि केवाईसी की जरूरत कम होती है या पहले ही पूरी होती है।’

फीस पर दें ध्यान
धन भेजने की लागत के तीन मुख्य घटक होते हैं- लेनदेन शुल्क, विनिमय दर और विदेशी विनिमय दर पर जोड़ी गई राशि।
बैंक भरोसेमंद होते हैं, लेकिन उनकी लागत अधिक होती है।  आम तौर पर निजी बैंकों की लागत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से ​अ​धिक होती है। बैंक आम तौर पर विनिमय दर पर 1-2 फीसदी शुल्क वसूलते हैं। अमूमन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और फिनटेक कंपनियां बैंकों की तुलना में बेहतर दर मुहैया कराती हैं। कुछ एनबीएफसी का शुल्क इस बात पर निर्भर करता है कि पैसा किस देश में भेजना है, जबकि अन्य एक निश्चित शुल्क लेती हैं। मुथूट ने कहा, ‘हम प्रतिस्पर्धी और तात्कालिक विनिमय दर मुहैया कराते हैं।’ वे नाम मात्र की प्रोसेसिंग फीस लेते हैं।
कुछ ने गठजोड़ किए हैं। गुरुप्रसाद ने कहा, ‘एबिक्सकैश ने अंतरराष्ट्रीय कारोबार के लिए वेस्टर्न यूनियन, ग्लोबल पे, फ्लाईवायर, पे2स्टडी आदि के साथ करार किया है। ‘
बुकमाईफॉरेक्स जैसी कुछ सेवा प्रदाता ग्राहकों को विनिमय दर निश्चित करने की की सुविधा देती हैं। बुकमाईफॉरेक्स के संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी सुदर्शन मोटवानी ने कहा, ‘यह विकल्प आपको उस समय अपना ऑर्डर बुक करने की सुविधा देता है, जब आपको लगता है कि ​विनिमय दर अनकूल है। आप तीन कार्यदिवस के लिए दर तय कर सकते हैं।’ ग्राहकों को ​रिफंडेबल दर गारंटी जमा के रूप में ऑर्डर की राशि का 2 फीसदी भुगतान करना होता है।
कुछ कंपनियों ने विनिमय दर में पारदर्शिता को ग्राहकों को लुभाने का तरीका बनाया है। वाइज की कंट्री मैनेजर (भारत) रश्मि सतपुटे कहती हैं, ‘आप हस्तांतरण करते समय विनिमय दर देख सकते हैं। हम मिड-मार्केट विनिमय दर (कीमत लगाने और कीमत मांगे जाने का अंतर) का इस्तेमाल करते हैं, जिन्हें रॉयटर्स या गूगल पर बिना किसी बढ़ोतरी या छिपे शुल्क के देखा जा सकता है। वैश्विक स्तर पर विदेश धन भेजने की औसत कीमत 0.61 फीसदी है।’ जब आप कोई अलग मुद्रा भेजते हैं तो एक मामूली कन्जर्वन शुल्क लिया जाता है। अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आपको सही दर मिल रही है या नहीं तो आप जिस जिन मुद्राओं में रुचि रखते हैं, उनकी इंटरबैंक दर ऑनलाइन देखें। दर की तुलना में बढ़ोतरी का अनुमान लगाने के लिए आपको पेशकश की जा रही विनिमय दर से तुलना करें। कुछ एनबीएफसी एक दिन में धन भेजने का दावा करती हैं। मोटवानी ने कहा, ‘ऑनलाइन चैनलों के जरिये भेजा गया पैसा आम तौर पर 48 से 74 घंटे में अपने गंतव्य तक पहुंचता है।’

विनिमय दर रखें नजर
विनिमय दर पर नजर बनाए रखें। बर्वे कहते हैं, ‘इसमें बदलाव होता रहता है। जब यह नीचे हो, उस समय उसका अनुबंध कर लें।’ जब मोटी राशि का मामला हो तो विनिमय दर में मामूली लाभ से ही काफी अंतर आ सकता है।
धन से संबंधित दस्तावेज भरते समय सही सूचनाएं मुहैया कराएं ताकि विदेशी विनिमय प्रबंधन ​अधिनियम (फेमा) से संबंधित दिक्कतों से बचा जा सके। अगर धन भेजने वाला हस्तांतरण शुल्क लेता है तो यह पता कर लें कि यह निश्चित है या भेजी जाने वाली राशि के प्रतिशत के रूप में है। इससे वास्तविक असर का पता चल जाएगा।
दूसरी तरफ एक निश्चित धनराशि प्राप्त हो, यह सुनिश्चित करने के लिए उस वास्तविक धनराशि का पता लगाएं, जिसका आपको भुगतान करना होग। कुछ मामलों में दूसरी तरफ की इकाई शुल्क काट सकती है, इसलिए प्राप्त धनराशि अनुमान से कम हो सकती है।
अगर आपको बाद में जांचने की जरूरत होगी तो अपने सभी लेनदेन का रिकॉर्ड रखें और धोखाधड़ी से बचने के लिए प्रतिष्ठित कंपनियों से जुड़े रहें।

लागत की प्रतिस्पर्धा में खास मुकाम
बैंक महंगे हैं, लेकिन उन पर भरोसा ज्यादा
बैंक भेजी जाने वाली राशि से 1 से 2 फीसदी शुल्क लेते हैं, जो ग्राहक के खाते की श्रेणी और लेनदेन के आकार तथा प्रकार पर निर्भर करता है। बहुत सी एनबीएफसी और धन प्रेषक कंपनियां शून्य या मामूली फीस वसूलती हैं, लेकिन वे विनिमय दर से अधिक पैसा लेकर करती हैं कमाई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और फिनटेक कंपनियां सस्ती हैं क्योंकि वे या तो ​शुल्क बिल्कुल नहीं लेतीं या 1 फीसदी से कम लेती हैं हरेक के शुल्क ढांचे की अपनी शब्दावली होती है, इसलिए पूरी लागत समझने के लिए विस्तृत आकलन करें।

ईबिक्सकैश वर्ल्ड मनीएनबीएफसीएलआरएसफीसबैंकलॉक-इन सुविधा
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

संबंधित पोस्ट

  • संबंधित पोस्ट
  • More from author
ताजा खबरें

बिना पीड़ितों को परेशान किए करें पूरा बीमा भुगतान, Irdai ने कंपनियों को दिए निर्देश

June 5, 2023 5:26 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

UBS का स्विट्जरलैंड में होगा इकलौता राज, 12 जून तक पूरा हो सकता है क्रेडिट सुइस का अधिग्रहण

June 5, 2023 4:27 PM IST
अर्थव्यवस्था

महंगाई घटने की वजह से ब्याज दरों को यथावत रख सकता है रिजर्व बैंक : विशेषज्ञ

June 4, 2023 4:05 PM IST
कंपनियां

विलय नहीं, सिर्फ सहारा लाइफ की बीमा देनदारियों, संपत्तियों का हस्तांतरण: SBI Life

June 3, 2023 3:46 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

भारत का रूस से कच्चा तेल आयात मई में नए उच्चस्तर पर

June 4, 2023 1:32 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

भारत अब वह देश नहीं रहा, जो अपेक्षाकृत धीमी गति से घिसट-घिसट कर चलता था : EAM जयशंकर

June 4, 2023 10:14 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

Odisha Train Accident: अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने भारत में हुए रेल हादसे पर दुख जताया

June 4, 2023 9:37 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

US: राष्ट्रपति जो बाइडन ने डेट सीलिंग बढ़ाने संबंधी विधेयक पर हस्ताक्षर किए

June 4, 2023 8:33 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

पाक सरकार ने अगले वित्त वर्ष के बजट में बढ़ोतरी की, दिए इस साल आम चुनाव कराने के संकेत

June 3, 2023 5:06 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

US debt ceiling: बाइडन शनिवार को कर सकते हैं ऋण सीमा बढ़ाने संबंधी विधेयक पर हस्ताक्षर

June 3, 2023 2:46 PM IST

Trending Topics


  • Odisha Train Accident
  • Stock Market Today
  • Stocks to Watch Today
  • India-UK Trade Talks
  • Bihar Bridge Collapse
  • Gold-Silver Price
  • IREDA IPO

सबकी नजर


यूपी में लगातार बढ़ रही बिजली की मांग, समय से नहीं शुरू हो सके दो बिजली प्लांट

June 5, 2023 6:27 PM IST

Byju's की सहायक कंपनी Aakash Education का अगले साल आएगा IPO

June 5, 2023 6:23 PM IST

Go First insolvency: जैक्सन एविएशन की याचिका पर कोर्ट ने गो फर्स्ट को जारी किया नोटिस

June 5, 2023 6:09 PM IST

भारत में 10 साल पूरे होने पर Amazon विक्रेताओं की 10% फीस करेगा माफ

June 5, 2023 6:05 PM IST

बिना पीड़ितों को परेशान किए करें पूरा बीमा भुगतान, Irdai ने कंपनियों को दिए निर्देश

June 5, 2023 5:26 PM IST

Latest News


  • यूपी में लगातार बढ़ रही बिजली की मांग, समय से नहीं शुरू हो सके दो बिजली प्लांटJune 5, 2023
  • Byju’s की सहायक कंपनी Aakash Education का अगले साल आएगा IPOJune 5, 2023
  • Go First insolvency: जैक्सन एविएशन की याचिका पर कोर्ट ने गो फर्स्ट को जारी किया नोटिसJune 5, 2023
  • भारत में 10 साल पूरे होने पर Amazon विक्रेताओं की 10% फीस करेगा माफJune 5, 2023
  • बिना पीड़ितों को परेशान किए करें पूरा बीमा भुगतान, Irdai ने कंपनियों को दिए निर्देशJune 5, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
60431.00 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स60431
380.06%
निफ्टी60431
380%
सीएनएक्स 50014954
130.08%
रुपया-डॉलर82.05
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
AU Small Finance679.6017.08
IDBI Bank51.679.66
Guj. Ambuja Exp265.707.51
Welspun India80.936.40
Chola Financial600.304.48
Graphite India278.304.43
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
AU Small Finance679.2017.07
F A C T320.8012.40
IDBI Bank51.709.77
Guj. Ambuja Exp265.557.66
Welspun India81.156.64
Ingersoll-Rand2763.055.53
आगे पढ़े  

# TRENDING

Odisha Train AccidentStock Market TodayStocks to Watch TodayIndia-UK Trade TalksBihar Bridge CollapseGold-Silver PriceIREDA IPO
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us