कहते हैं विश्लेषक

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 5:43 AM IST

कारुतूरी ग्लोबल
सिफारिश – 22 रुपये
मौजूदा भाव – 22.10 रुपये
लक्षित मूल्य – 49 रुपये
बढत – 121.7 फीसदी
ब्रोकरेज – एंबिट कैपिटल


बैंगलूरु स्थित कारुतुरी ग्लोबल लि. (केजीएल) प्रमुख तौर पर पुष्पोत्पादन, प्रसंस्करण खाद्य – खीरा (पाश्चराइड ककड़ी) के अलावा बहुराष्ट्रीय कंपनियों एवं सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनियों के निविदा पोर्टल के लिए बैंडविड्थ मुहैया कराने के व्यापार से जुड़ी हुई है।

कंपनी को सबसे अधिक 90 फीसदी का राजस्व अफ्रीकी देशों ( केन्या से 60 फीसदी, इथियोपिया से 30 फीसदी) से प्राप्त होता है, जबकि शेष राजस्व भारत से मिलता है। प्राथमिक तौर पर कंपनी यहां के उत्पादन को यूरोप और अफ्रीकी महाद्वीप के देशों को निर्यात करेगी।

कारुतुरी ओवरसीज (केओएल) से 10 फीसदी हिस्सा निकालकर 400 करोड़ रुपयों की बढोतरी करने की योजना केजीएल की है। कारुतुरी ओवरसीज, केजीएल के संपूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जिसे केन्याई, इथियोपियन और दुबई के उद्यमों द्वारा संचालित किया जाता है।

खीरा संचालन से कम मात्रा में आढ़त, धीमी गति से प्रगति की आशा पर विदेशी भूमि विकास, फूलों की खेती की मिश्रित बिक्री में बदलाव और पेंचदार कच्चे माल में ढुलाई की बढ़ती कीमत आदि एक वर्ष के परिवर्तन के चलते स्टॉक का लक्ष्य 49 रुपये निर्धारित किया गया है। वर्तमान में 22 रुपये पर  कंपनी का शेयर वित्तीय वर्ष 2009 की अनुमानित आय  से 5.6 गुने पर कारोबार कर रहा है।

एसआरईआई इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनैंस
सिफारिश – 129 रुपये
मौजूदा भाव – 123 रुपये
लक्षित मूल्य – 200 रुपये
बढ़त – 62.6 फीसदी
ब्रोकरेज – कोटक सेक्योरिटीज

आधारभूत परियोजनाओं के कार्यान्वयन में बढ़ती तकनीक के साथ तेज गति से वृध्दि हुई है, जिसके परिणामस्वरुप आधुनिक निर्माण कार्यों के उपकरणों की मांग बढ़ रही है।

बुनियादी सुविधाओं पर बढ़ते खर्च को देखते हुए, वित्त वर्ष 2007 से 10 तक गैर बैंकिंग  वित्त कंपनियों (एनबीएफसी) की समग्र वित्त पोषण की परिसंपत्ति 46 फीसदी की संयुक्त वार्षिक वृध्दि दर (सीएजीआर) के साथ 11,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की आशा है।

कोलकाता स्थित एसआरईआई इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस (एसआरईआई) के लिहाज से ये सुखद आंकड़े हैं, क्योंकि बुनियादी ढांचों के उपकरणों के वित्तपोषण में अग्रणी इस कंपनी का इस क्षेत्र के बाजार में लगभग 30 फीसदी हिस्सा है। एसआरईआई मुख्यत: छोटे और मध्यम आकार के प्रोजेक्ट डेवलपरों को अपनी सुविधाएं मुहैया कराता है। कंपनी परिसंपत्ति की वित्तपोषण का व्यापार बुनियादी सुविधाओं के पूरे व्यापार राजस्व में लगभग 90 फीसदी का योगदान दे रहा है।

ऐसे में कंपनी के राजस्व में बढ़ोतरी होना स्वाभाविक है। परिसंपत्तियों के वित्तपोषण की बिक्री का कारोबार के लिए बीएनपी पारिबास के साथ की गई 50-50 की संयुक्त साझेदारी एसआरईआई के लिए वित्तपोषण परियोजना व्यवसाय और उपकरणों के वित्तपोषण की बड़ी परियोजनाओं (15 करोड़ रुपये या उससे अधिक) पर ध्यान केंद्रित करने में काफी सहायक साबित होगी।

क्रमानुसार वित्तीय वर्ष 2007-10 तक एसआरईआई की संयुक्त वार्षिक वृध्दि दर पर ब्याज की शुध्द आय में 38 फीसदी और 37 फीसदी बढ़ोतरी की संभावना है। वर्तमान में 129 रुपये पर कंपनी का शेयर वित्तीय वर्ष 2010 की अनुमानित आय के  7.8 गुने पर कारोबार कर रहा है। कुल राशि के हिस्सों की मूल्यांकन पध्दति के आधार पर 12 महीने में कंपनी का लक्षित मूल्य 200 रुपये है।

ऑर्बिट कॉर्पोरेशन
सिफारिश  – 408 रुपये
मौजूदा भाव – 430 रुपये
लक्षित मूल्य – 734 रुपये
बढ़त – 70.9 फीसदी
ब्रोकरेज – प्राइम ब्रोकिंग

ऑर्बिट ने 20 लाख वर्गफीट के बिक्री योग्य क्षेत्र में सात नई परियोजनाओं पर काम प्रारंभ किया है। इन पर कार्य आगामी 3 से 7 वर्षों में पूरा कर लिया जायेगा।

ये परियोजनाएं मुंबई के नेपियन-सी रोड, लालबाग और बांद्रा-कुर्ला कांम्पलेक्स जैसी मुख्य इलाकों में हैं। हफीज कॉन्ट्रैक्टर हाउस (लोअर परेल) की बिक्री से मिले 500 करोड़ रुपये के अलावा इन रुपयों का कंपनी के कार्यों में लगने वाली आवश्यक पूंजी में उपयोग किया जायेगा। इस प्रकार, वर्तमान में जहां डेवलपरों की जेबें खाली पड़ी हुई हैं, वहीं ऑर्बिट ने वित्तीय वर्ष 2009 में 1.2 के अनुमानित ऋण-इक्विटी के साथ स्वयं को सुरक्षित रखा है।

प्रबंधन की अपेक्षाओं के कारण ही एक ओर जहां रियलिटी बाजार में संभावित मंदी की गतिविधियों के साथ-साथ वसूली का दबाव होने के बावजूद वित्तीय वर्ष 2009 के लिए संशोधित प्रति शेयर की आय 70.7 रुपये पर टिकी हुई है (12.6 फीसदी की संशोधित गिरावट शामिल)।

408 रुपये पर वित्तीय वर्ष 2009 की अनुमानित आय के आधार पर  5.8 गुना (सभी आय मिलाकर) पर कारोबार कर रहा है। इस कारण, कैश फ्लो की छूट के आधार पर ऑर्बिट के लिए लक्षित मूल्य 735 रुपये है, जिसमें 15 महीनों की समय सीमा का भी समावेश है।

दीपक फर्टिलाइजर्स
सिफारिश मूल्य – 100 रुपये
मौजूदा बाजार भाव – 100.65 रुपये
लक्षित मूल्य – 169 रुपये
बढत – 67.9 फीसदी
ब्रोकरेज – शेयरखान

वित्त वर्ष 2007-08 की खत्म हुई चौथी तिमाई मे दीपक फार्टिलाइजर्स ऐंड पेट्रोकेमिकल्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड (डीएफपीसीएल) की शुध्द बिक्री 56.8 फीसदी की बढ़त दर्ज करते हुए 330 करोड़ रुपये पहुंच गई। इसमें सबसे महत्वपूर्ण योग्यदान आइसोप्रोपाइल एल्कोहल (आईपीए) और फार्टिलाइजर खंड का रहा।

कंपनी ने खत्म हुए वर्ष 2007-08 के दौरान अपने उत्पाद आईपीए की बिक्री 50,000 टन की है। यह बिक्री कुल घरेलू बाजार की 80 फीसदी थी। अगले नौ महीनों में यानी मार्च 2009 तक जवाहरलाल नेहरु पोर्ट ट्रस्ट में अमोनिया स्टोरेज (15,000 टन) और तलोजा में नया नाइट्रिक एसिड (45,000 टन) का स्टोरेज शुरु हो जायेगा।

इससे दहेज-उरण पाइपलाइन में प्राकृतिक गैस की उपल्बधता बढ़ने के साथ-साथ अपने यहां अमोनिया का उत्पादन बढ़ेगा और कच्चे माल की बढ़ती कीमतों को कम करने में मद्दत मिलेगी। कंपनी ने अपने इशनय आईटीएएलएस (550,000 वर्ग फुट) के 80 फीसदी हिस्से को 46 रुपये प्रति फुट के हिसाब से दिया है। गैस की आपूर्ति की कमी के चलते डीएफपीसीएल के वित्तीय वर्ष 2009 की अनुमानित कमाई 17 रुपये से गिरकर 13.2 रुपये हो गई है।

100 रुपये पर इस कंपनी के शेयर वित्त वर्ष 2009 के अनुमानित कमाई से 7.6 गुना पर कारोबार कर रहा है। इसका लक्ष्य 169 रुपये रखकर आप चाहें तो इसे खरीद सकते हैं।

टेक महिन्द्रा
सिफारिश – 739 रुपये
मौजदा भाव -782.42 रुपये
लक्षित मूल्य – 990 रुपये
ब्रोकरेज – एमके शेयर ऐंड स्टॉक ब्रोकर्स

पिछले एक साल के दौरान टेक महेंद्रा ने पहले से ही बड़ी कंपनियों के साथ तीन बड़े सौदों पर मुहर लगाई है जिससे आगमी कई वर्षों तक 200 करोड़ डॉलर का राजस्व मिलने की संभावना है। ब्रिटिश टेलीकॉम की आईटी सेवा प्रदाता ऑफशोर के साथ समझौते आगे भी जारी रहेगें ।

वित्त वर्ष 2006-08 तक गैर बीटी राजस्व में 2.9 गुना बढ़ोतरी के साथ कंपनी की आय 339.9 मिलियन डॉलर तक पहुंच गई है। साथ ही हाल ही में उत्तर अमेरिका की टेलीकॉम कंपनी से 20 करोड़ डॉलर का सौदा भी हथिया लिया है।

ग्राहकों की संख्या बढने से कंपनी ने इस अर्ध्दवार्षिक में अच्छा काम किया है। इसमें न्यूजीलैंड की टेलीकॉम कंपनी के साथ किया गया करार भी शामिल है। रुपये के मुकाबले अमेरिकी डॉलर में गिरावट के चलते टेक महिंद्रा ने आफशोर-ऑनशोर के मुकाबले सूची एक के आईटी ग्राहकों के राजस्व में मिलाजुला परिणाम दिया है।

पिछले तीन सप्ताह के दौरान स्टीप में किए बदलाव के कारण टेक महिन्द्रा के स्टॉक मूल्य में वित्त वर्ष 2009 की अनुमानित आय में 11 गुना बढ़ोतरी होने की संभावना है। शेयर ब्रोकर्स भी निवेशकों को टेक महिंद्रा के शेयर खरीदने की सलाह दे रहे हैं। कंपनी का टारगेट 990 रुपये है जो कि अनुमानित आय 41 रुपये प्रति डॉलर पर आधारित है। आप चाहें तो इसमें दांव लगा सकते हैं।

First Published : June 15, 2008 | 11:33 PM IST