भारत के प्रमुख भुगतान प्लेटफॉर्म यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) पर क्रेडिट (ऋण) लेनदेन हर महीने करीब10 हजार करोड़ रुपये पर पहुंच गया और इनमें से करीब 100 से 200 करोड़ रुपये ‘क्रेडिट लाइन ऑन यूपीआई ‘ सेवा से हुआ है। शेष लेनदेन रुपे क्रेडिट कार्ड के जरिये किया जाता है। यह जानकारी भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी दिलीप अस्बे ने दी।
इस साल 28 से 30 अगस्त तक मुंबई में होने वाले ग्लोबल फिनटेक फेस्ट से पहले आयोजित एक कार्यक्रम के इतर अस्बे ने कहा, ‘यूपीआई पर क्रेडिट लेनदेन करीब 10 हजार करोड़ रुपये मूल्य का हो गया है और इसमें से 100 से 200 करोड़ रुपये क्रेडिट लाइन ऑन यूपीआई के जरिये आते हैं। आईसीआईसीआई बैंक यूपीआई पर ऋण देने वालों में सबसे आगे हैं। अन्य पांच से छह ऋणदाता भी इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं।’
एनपीसीआई की क्रेडिट लाइन ऑन यूपीआई सेवा पिछले साल शुरू हुई है और इसका मकसद व्यक्तियों और कारोबारों को कम और उच्च मात्रा के खुदरा ऋण उपलब्ध कराना है। फिलहाल, ऐक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंडियन बैंक, पंजाब नैशनल बैंक और भारतीय स्टेट बैंक यह सेवा दे रहे हैं। भीम, गूगल पे, पेटीएम, पेजऐप, नवी और टाटा न्यू पर यह सेवा मिलती है।
यूपीआई क्रेडिट लाइन की शुरुआत धीमी रही है क्योंकि एनपीसीआई ने अभी तक इस सेवा के इंटरचेंज शुल्क के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। बिज़नेस स्टैंडर्ड ने अप्रैल में बताया था कि उम्मीद है कि इस साल इसकी घोषणा होगी और यह प्रति लेनदेन 1 से 1.2 फीसदी के बीच होगी।