मैं जनवरी 2005 से शेयर और फंडों में निवेश कर रहा हूं।
शुरुआत में निवेश का मेरा प्रमुख उद्देश्य आयकर बचाना था, लेकिन बाद में मैंने अपने भविष्य के लक्ष्य अर्जित करने के लिए पोर्टफोलियो बनाने का निश्चय किया। इन लक्ष्यों में मेरा रिटायरमेंट और बच्चों की शिक्षा और उनका विवाह शामिल थे।
कृपया इन लंबी अवधि के लक्ष्यों के मद्देनजर मुझे मेरे पोर्टफोलियो पर सलाह दें कि मुझे किस फंड को अपने पास रखना चाहिए और उसमें निवेश करते रहना चाहिए। जहां तक मेरे सीधे शेयरों में निवेश की बात है तो मुझे इनमें निवेश करते समय अधिक समझ नहीं थी।
बस, मैंने कुछ वेबसाइट में मिले निर्देशों के आधार पर निवेश किया। भाविष्य में मैं यह सुनिश्चित करुंगा कि मैं सीधे बाजार में निवेश न करुं?
विकास कुमार केसी
अच्छी बात यह है कि आपके अच्छी तरह से सोचे समझे लंबी अवधि के लक्ष्य हैं और आपने इन्हें हासिल करने के लिए अच्छा खासा समय रखा है।
लेकिन दूसरी बात जो अच्छी नहीं है वह यह है कि इसके लिए आपने जो रास्ता चुना है, वह बेमेल है। आपके पोर्टफोलियो में तीन साल की अवधि के लिए 16 म्युचुअल फंड और 15 शेयर हैं जो वास्तव में आदर्श नहीं हैं।
आप अत्यधिक डाइवर्सिफिकेशन के शिकार हुए हैं। हालांकि इससे आपके पोर्टफोलियो में अधिक नुकसान तो नहीं होता लेकिन इससे आपको अच्छी राशि जमा करने में भी मदद नहीं मिलेगी।
सीमा से अधिक फंडों और शेयरों में निवेश करना इसलिए भी सही नहीं है क्योंकि इससे किसी एक फंड या शेयर की आपके पोर्टफोलियो को प्रभावित करने की क्षमता बेहद सीमित हो जाती है। इनमें से सिर्फ 21 का ही आवंटन आपके पोर्टफोलियो में एक फीसदी से अधिक है।
इसके मायने यह हैं कि किसी एक शेयर में अप्रत्याशित तेजी आती है तो इसका आपके पोर्टफोलियो में अधिक असर नहीं पड़ने वाला। इसलिए संख्या के बजाय गुणवत्ता पर जोर देना चाहिए।
आपके हक में जो बात जाती है वह यह है कि अभी देर नहीं हुई है। अब आप सबसे पहले अपने एसेट एलोकेशन में सुधार करें। आपके विशेष लक्ष्य के मद्देनजर हमने कुछ हिसाब लगाया है।
इसमें हमने आपकी मासिक निवेश योग्य राशि में से एक हिस्सा आपके सभी लक्ष्यों के मद में निवेश किया और यह निकाला कि आप व्यवस्थित और अनुशासित निवेश पध्दति अपनाकर न्यूनतम कितनी राशि संग्रह कर सकते हैं।
ध्यान रखें कि हमने चक्रवृध्दि ब्याज के आधार पर गणना की है और रिटर्न की दर 10 फीसदी सालाना है।
लक्ष्य 1: बच्चों की शिक्षा
आपको अपने बच्चों की शिक्षा के लिए एक अच्छी राशि जमा करनी होगी। इसलिए अगर अब आप एसआईपी के माध्यम से 2,000 रुपये प्रतिमाह जमा करते हैं तो 20 साल बाद आपके पास 16.19 लाख रुपये होंगे।
लक्ष्य 2: बच्चों की शादी
इसके लिए अगर आप 2,000 रुपये प्रतिमाह ही निवेश करें, लेकिन समयावधि को बढ़ाकर 27 साल कर दें तो आपके पास 33.97 लाख रुपये एकत्र हो जाएंगे।
लक्ष्य 3: सेवानिवृत्ति के लिए राशि संग्रह
28 साल की उम्र में आपके पास अपने रिटायरमेंट के लिए राशि एकत्र करने के लिए और 32 साल हैं। आप 5,000 रुपये प्रतिमाह अगले 32 सालों में निवेश कर 1.15 करोड़ रुपये एकत्र कर सकते हैं।
लक्ष्य 4: घर खरीदना
घर खरीदने के लिए आपको हाउस लोन की जरूरत होगी। इससे पहले इन बातों पर गौर फरमाएं। अगर आप 20 लाख रुपये तक का लोन वर्तमान दर 9.5 फीसदी की दर से अगले 30 सालों के लिए लेते हैं तो आपकी इएमआई 16,817 रुपये होगी।
इस बोझ को कम करने के लिए आप अच्छी खासी राशि डाउनपेमेंट में दें। अगर आप 5 लाख रुपये डाउनपेमेंट करते हैं तो आपके लोन की राशि 15 लाख रुपये हो जाएगी और ईएमआई गिरकर 12,612 रुपये पर आ जाएगी।
अन्य आकस्मिक जरूरतें
आपकी 12,000 रुपये की मासिक बचत में से 9,000 रुपये दूसरी मदों में उपयोग हो चुके हैं। अब शेष 3,000 रुपये आप जीवन की अन्य आकस्मिक जरूरतों के लिए रखें।
कार्य योजना:
अपने पोर्टफोलियो में फंडों की संख्या को सीमित करें
सीधे शेयर बाजार में निवेश से बचें
डेट फंड में आवंटन बढाएं
व्यवस्थित निवेश जारी रखें
इनके माध्यम से हमने यह बताया है कि हम आपको किस तरह निवेश करते देखना चाहते हैं। हमने जो पोर्टफोलियो आपके लिए तैयार किया है वह आपको अपनी निवेश जरूरतों को पूरा करने में मददगार होगा।
हमारे द्वारा सुझाए गए पोर्टफोलियो में 7 फंड शामिल किए गए हैं और इनमें डेट एलोकेशन बढ़ाकर 12 फीसदी किया गया है। यह लॉर्ज कैप की ओर अधिक झुकाव रखने वाला है।
इसलिए इसमें स्थायित्व अधिक रहेगा। आप हर साल अपने पोर्टफोलियो को पुनर्संतुलित करें और फंडों के प्रदर्शन और अपनी जरूरतों के हिसाब से इसमें बदलाव करें।
अच्छे फंडों के साथ निवेश का व्यवस्थित तरीका आपको अपने लक्ष्यों तक पहुंचने में मददगार होगा। आपको हमारी शुभकामनाएं।