सरकारी मालिकाना वाली पॉवर फाइनैंस कॉर्पोरेशन (पीएफसी), पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी), भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी), टाटा कैपिटल और इंडिया इन्फ्रा डेट सहित कई संस्थाओं ने शुक्रवार को घरेलू ऋण पूंजी बाजार से धन जुटाया है।
आने वाले दिनों में कई बड़े जारीकर्ता बाजार में उतरने तैयारी कर रहे हैं। इनमें पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (पीजीसीआई), हाउसिंग ऐंड अर्बन डेवलपमेंट फाइनैंस कॉरपोरेशन (हुडको), और इंडियन रेलवे फाइनैंस कॉरपोरेशन (आईआरएफसी) शामिल हैं, जो अगले सप्ताह बाजार में उतरने वाले हैं।
सूत्रों के मुताबिक पीएफसी ने दो अलग मेच्योरिटी वाले बॉन्डों के माध्यम से 5,245 करोड़ रुपये जुटाए हैं। कंपनी ने 15 साल के बॉन्डों से 2,700 करोड़ रुपये जुटाए हैं जो 7.16 प्रतिशत कूपन दर पर 15 साल और 24 दिन में मेच्योर होगा। साथ ही 5 साल के बॉन्ड के माध्यम से 2,545 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जिसका कूपन दर 7.40 प्रतिशत है और 5 साल 23 दिन में मेच्योर होगा।
सिडबी की नजर 1,000 करोड़ रुपये के बेस इश्यू और 3,000 करोड़ रुपये के ग्रीन शू ऑप्शन के माध्यम से 4,000 करोड़ रुपये जुटाने पर थी, जिसने 7.48 प्रतिशत कूपन दर पर 4 साल और 5 महीने की मेच्योरिटी वाले बॉन्ड के माध्यम से 3,700 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
वहीं सरकारी बैंक पीएनबी ने 7.43 प्रतिशत कूपन दर पर टियर-2 बॉन्डों के माध्यम से 3,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। रॉकफोर्ट फिनकैप एलएलपी के संस्थापक और मैनेजिंग पार्टनर वेंकटकृष्णन श्रीनिवासन ने कहा कि दर में 25 आधार अंक की कटौती के बावजूद फेडरल ओपन मार्केट कमेटी ने तेजी का रुख दिखाया है।