जम्मू और कश्मीर बैंक भारतीय रिजर्व बैंक(आरबीआई) द्वारा रेपो रेट में चौथाई प्रतिशत की वृध्दि करने के बाद ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने वाला पहला बैंक बन गया है।
देश के अन्य बैंकों के भी जल्दी ही इसी तरह के निर्णय लेने की संभावना है। जम्मू और कश्मीर बैंक ने आज अपनी सभी प्रमुख उधारी दरों को 100 बेसिस प्वांइट (एक प्रतिशत) बढ़ाकर 14 प्रतिशत कर दिया है। नई दरें गुरुवार से प्रभावी हो गई हैं।
ज्ञातव्य है कि बुधवार को आरबीआई ने मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने के लिए रेपो रेट दर को 25 बेसिस पाइंट यानी चौथाई प्रतिशत बढ़ा दिया था। उधर, देश की सबसे बड़ी बैंक एसबीआई भी अपनी ब्याज दरों को लेकर कोई निर्णय ले सकता है। बैंक के चेयरमैन ओपी भट्ट ने बताया कि राष्ट्रीयकृत बैंकों की परिसंपत्ति देनदारी समिति (आल्को) की बैठक में इस पर विचार किया जा सकता है।
इस बैठक में प्राइम लेंडिंग रेट(पीएलआर) या फिर होम लोन जैसे अन्य विकल्पों की दर बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। भट्ट ने कहा कि उन्होंने कहा कि ब्याज दरों को थोड़ा तर्क संगत बनाया जा सकता है या फिर पीएलआर की दरों में इजाफा किया जाएगा। हालांकि के्रडिट ग्रोथ की दर बीते साल के तुलना में बेहतर है। उन्होंने यह भी कहा था कि बैंकों ने प्रॉडक्ट मिक्स में बदलाव और ट्रांजेक्शन कॉस्ट घटाकर अपने मार्जिन पर बने दबाव की स्थिति का सामना किया था।
हालांकि भट्ट ने किसी क्षेत्र विशेष का नाम लेने से इंकार कर दिया था जिसकी उधार दरों में इजाफा किए जाने की संभावना है। उनके अनुसार इस पर निर्णय लोन की मांग के आधार पर लिया जाएगा। हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कार्पोरेशन (एचडीएफसी) ने संकेत दिए हैं कि होम लोन की दरों में इजाफा संभव है। एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने बताया कि वे इस माह के अंत तक अपनी उधार दरों की समीक्षा करेंगे।