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क्रेडिट कार्ड से खर्च 1.3 लाख करोड़ के पार, तोड़ा अबतक का सारा रिकॉर्ड

Published by
सुब्रत पांडा
Last Updated- April 14, 2023 | 8:57 PM IST

विवेकाधीन व्यय बढ़ने के कारण मार्च 2023 में क्रेडिट कार्ड से व्यय 1.37 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक लगातार 13वें महीने क्रेडिट कार्ड से खर्च 1 लाख करोड़ रुपये से ऊपर है, जिससे महामारी के बाद ग्राहकों के व्यय में वृद्धि के संकेत मिलते हैं।

ताजा आंकड़ों के मुताबिक करीब 63 प्रतिशत या 86,000 करोड़ रुपये से ज्यादा ई-कॉमर्स पर व्यय किया गया है, शेष व्यय प्वाइंट आफ सेल्स (पीओएस) टर्मिनल से हुआ है। पिछले साल के समान महीने की तुलना में व्यय 28 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं फरवरी की तुलना में व्यय में 15 प्रतिशत वृद्धि हुई है।

इसके पहले क्रेडिट कार्ड से व्यय का उच्चतम स्तर अक्टूबर 2022 में था, जब त्योहारों के मौसम पर किए गए खर्च के कारण कुल व्यय 1.29 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया था।

बड़े कारोबारियों में ऐक्सिस बैंक के कार्ड से व्यय फरवरी की तुलना में 54 प्रतिशत बढ़ा है। उसके बाद आईसीआईसीआई बैंक से व्यय 20 प्रतिशत बढ़ा है। एचडीएफसी बैंक से व्यय 14 प्रतिशत और एसबीआई कार्ड से 11 प्रतिशत बढ़ा है।

बहरहाल बैंकिंग उद्योग ने मार्च में 19.3 लाख क्रेडिट कार्ड जोड़े हैं, जिससे क्रेडिट कार्डों की संख्या बढ़कर 853 लाख हो गई है। मार्च में क्रेडिट कार्डों की संख्या में शुद्ध बढ़ोतरी 12-15 लाख कार्ड के औसत से थोड़ा ज्यादा रहा है, जितनी वृद्धि औसतन हर महीने होती है।

ऐक्सिस बैंक ने सबसे ज्यादा 23.4 लाख कार्ड जोड़े हैं, क्योंकि उपभोक्ता संपत्तियों के अधिग्रहण की योजना के तहत सिटी बैंक का क्रेडिट कार्ड पोर्टफोलियो ऐक्सिस में समाहित हो गया है। मार्च तक के आंकड़ों के मुताबिक ऐक्सिस बैंक के क्रेडिट कार्डों की संख्या 121 लाख हो गई है।

कार्ड जारी करने वाले अन्य प्रमुख बैंकों में आईसीआईसीआई बैंक ने करीब 7,20,239 कार्ड जोड़े हैं, जिससे उसके कुल कार्डों की संख्या 144 लाख हो गई है। वहीं एसबीआई कार्ड ने 2,56,463 कार्ड जोड़े हैं और उसके कार्डों की संख्या 167.6 लाख हो गई है।

देश में सबसे ज्यादा कार्ड जारी करने वाले एचडीएफसी बैंक ने मार्च में 2,36,770 कार्ड जोड़े हैं, जिससे मार्च के अंत तक उसके कुल कार्डों की संख्या 175.3 लाख हो गई है।

वित्त वर्ष 23 में क्रेडिट कार्ड से व्यय बढ़कर 14 लाख करोड़ रुपये पार कर गया है, जो वित्त वर्ष 22 की तुलना में 47.27 प्रतिशत ज्यादा है, जब कुल व्यय 9.71 लाख करोड़ रुपये था। महामारी से जुड़े प्रतिबंधों में ढील मिलने के बाद से ही व्यय बढ़ रहा है।

पिछले एक साल से व्यय बहुत तेजी से बढ़ा है, वहीं कार्डों की संख्या में बढ़ोतरी को व्यय से समर्थन नहीं मिला है। वित्त वर्ष 23 में बैंकिग उद्योग ने 116.7 लाख कार्ड जोड़े हैं, जिसमें वित्त वर्ष 22 के 111.5 लाख की तुलना में मामूली वृद्धि हुई है।

इसकी वजह यह हो सकती है कि रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों में अनिवार्य किया गया है कि जो कार्ड साल भर से निष्क्रिय हैं, उन्हें बंद किया जाए। इसकी वजह से बैंकों के कार्डों की संख्या में भारी कमी आई है। जहां तक बाजार हिस्सेदारी का सवाल है, कार्डों की संख्या और व्यय दोनों हिसाब से एचडीएफसी बैंक शीर्ष पर है। मार्च 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक व्यय में एचडीएफसी बैंक की हिस्सेदारी 27.41 प्रतिशत और कार्डों की संख्या में हिस्सेदारी 20.55 प्रतिशत है। इसके बाद क्रमशः एसबीआई कार्ड, आईसीआईसीआई बैंक और ऐक्सिस बैंक का स्थान है।

First Published : April 14, 2023 | 8:22 PM IST