क्रेडिट कार्ड व्यय मई में 1.14 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचकर सर्वकालिक शीर्ष स्तर पर चला गया है। इसमें मासिक आधार पर अप्रैल की तुलना में आठ प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। सालाना आधार पर कार्ड व्यय में 118% का इजाफा हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
बैंकिंग प्रणाली में मई में जोरदार रूप से 17 लाख क्रेडिट कार्ड जोड़े गए, जो पिछले 27 महीनों में सबसे अधिक हैं। सालाना आधार पर यह 23.2% का इजाफा है। कार्ड जोड़ने के मामले में इस इजाफे की अगुआई एचडीएफसी बैंक, ऐक्सिस बैंक, एसबीआई कार्ड और आईसीआईसीआई बैंक ने की। मई में शामिल किए गए इन कार्ड की वजह से देश का कुल कार्ड आधार अब 7.69 करोड़ हो गया है।
एचडीएफसी बैंक ने मई में 38,500 कार्ड जोड़े, जिसके बाद ऐक्सिस बैंक (21,500), आईसीआईसीआई बैंक (21,200) और एसबीआई कार्ड (20,200) का स्थान रहा।
मोतील ओसवाल ने एक नोट में कहा कि व्यय जोरदार बना रहा और ई-कॉमर्स लेनदेन की बढ़ती हिस्सेदारी की वजह से मई 22 में उनकी अच्छी रफ्तार जारी रही, जो व्यय में वृद्धि को उत्साहजनक बनाए रखेगा।
मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि एसबीआई कार्ड, आईसीआईसीआई बैंक और ऐक्सिस बैंक जैसे भागीदार अपना मजबूत प्रदर्शन जारी रखेंगे, जबकि एचडीएफसी बैंक में मजबूत सुधार नजर आ रहा है, जो जारी रहने के आसार हैं।
एचडीएफसी बैंक को दिसंबर 2020 से आठ महीने के लिए नए कार्ड जारी करने पर भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिबंध का सामना करना पड़ा है। यह प्रतिबंध हटने के बाद देश के इस दूसरे सबसे बड़े ऋणदाता ने अपनी क्रेडिट कार्ड ग्राहक प्राप्ति में इजाफा किया है।
मैक्वैरी रिसर्च ने एक नोट में ऐक्सिस बैंक के कम कार्ड व्यय पर प्रकाश डाला है और कार्ड पोर्टफोलियो की गुणवत्ता पर चिंता जताई है।
मैक्वैरी रिसर्च ने नोट में कहा कि एचडीएफसी बैंक और एसबीआई कार्ड्स में लगातार जोरदार ढंग से कार्ड जुड़ते दिख रहे हैं और व्यय में भी मजबूत रुझान देखा गया है और उन्होंने बाजार हिस्सेदारी में इजाफा किया है।
नोट में कहा गया है कि प्रमुख मसला यह है कि बड़ी संख्या में कार्ड जोड़े जाने के बावजूद ऐक्सिस व्यय बाजार हिस्सेदारी गंवा रहा है। सिटी भी लगातार हर महीने व्यय बाजार हिस्सेदारी गंवा रहा है।