बैंकों द्वारा दिया जाने वाला ऋण 2 दिसंबर 2022 को खत्म हुए पखवाड़े में 17.5 प्रतिशत बढ़कर 131.06 लाख करोड़ रुपये हो गया है। इससे अर्थव्यवस्था में निरंतर जारी ऋण की मांग का पता चलता है।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि जमा में पिछले साल की तुलना में 9.9 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है और यह इस अवधि के दौरान 175.24 लाख करोड़ रुपये हो गई है। पिछले पखवाड़े में हुई 9.5 प्रतिशत वृद्धि की तुलना में यह बेहतर आंकड़ा है। जमा में बढ़ोतरी गति पकड़ रही है क्योंकि बैंकों ने रिजर्व बैंक द्वारा की गई दरों में बढ़ोतरी का लाभ जमाकर्ताओं को देना शुरू कर दिया है। नकदी कम होने के साथ बैंक अब जमा आकर्षित करने के लिए ज्यादा आक्रामक रुख अख्तियार कर रहे हैं क्योंकि अर्थव्यवस्था में ऋण की मांग तेज है।
यह भी पढ़े: जमा दरें बढ़ाने को लेकर बैंकों में होड़
बैंकों के ऋण में तेज बढ़ोतरी और उसकी तुलना में जमा में सुस्त वृद्धि से बैंकों पर दबाव बढ़ा है और वे धन जुटाने को आकर्षित हुए हैं। पिछले कुछ महीनों से बैंकों ने धन जुटाने के लिए ऋण पूंजी बाजार का रुख किया है। इस सप्ताह की शुरुआत में बैंकों ने जमा दरें बढ़ा दी थी, जिनमें एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, ऐक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक शामिल हैं। इसके साथ आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, इक्विटास स्मॉल फाइनैंस बैंक और एयू स्माल फाइनैंस बैंक ने भी जमा दर में बढ़ोतरी की है।