वित्त-बीमा

पर्याप्त नकदी उपलब्ध कराने को सीमावर्ती क्षेत्रों में बैंक मुस्तैद

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को बैंकों एवं वित्तीय संस्थानों को डिजिटल एवं कोर बैंकिंग प्रणाली दुरुस्त रखने के निर्देश दिए थे

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हर्ष कुमार   
Last Updated- May 11, 2025 | 10:46 PM IST

पाकिस्तान के साथ बिगड़े ताल्लुकात और मौजूदा सैन्य संघर्ष के बीच सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) ने सीमावर्ती राज्यों में अपनी शाखाओं पर तैयारी चाक-चौबंद कर ली है। कम से कम चार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और एक लघु वित्त बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि नकदी की उपलब्धता सुनिश्चित करने और साइबर हमलों से बचाव के सभी जरूरी उपाय किए गए हैं।

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के एक अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘शाखाओं में कामकाज को लेकर स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पूरी तरह पालन किया जा रहा है। एटीएम और शाखाओं में पर्याप्त नकदी रखने के लिए सभी जरूरी उपाय किए जा रहे हैं।’

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को बैंकों एवं वित्तीय संस्थानों को डिजिटल एवं कोर बैंकिंग प्रणाली दुरुस्त रखने के निर्देश दिए थे ताकि लेनदेन में किसी तरह का व्यवधान पैदा न हो। उन्होंने बैंकों को यह भी निर्देश दिया था कि बैंकिंग तंत्र को साइबर हमले से बचाने के भी पर्याप्त इंतजाम किए जाएं। पंजाब ऐंड सिंध बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) ने अपने क्षेत्रीय प्रमुखों को मंडलीय कार्यालयों में तैनात रहने के लिए कहा है। सेवाएं निर्बाध रूप से जारी रखने के लिए कुछ बैंकों को सप्ताहांत पर भी परिचालन करने के निर्देश दिए गए हैं।

पंजाब नैशनल बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी अशोक चंद्रा ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘सीमा पर मौजूदा हालात को देखते हुए हमने अपनी साइबर सुरक्षा प्रणाली मजबूत कर ली है। एक आपातकालीन केंद्र की व्यवस्था की गई है और हमारी टीम सभी खुफिया जानकारियों पर सक्रियता से काम कर रही है।’ चंद्रा ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में शाखाओं को कर्मचारियों की सुरक्षा का ध्यान रखने एवं एटीएम में भरपूर नकदी रखने के निर्देश दिए गए हैं।

सार्वजनिक क्षेत्र के ही एक अन्य बैंक के अधिकारी ने कहा कि साइबर हमलों की आशंका को देखते हुए निगरानी बढ़ा दी गई है। कैपिटल स्मॉल फाइनैंस बैंक के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ सर्वजित सिंह सामरा ने कहा, ‘ग्रामीण एवं कस्बाई इलाकों में हमारी मजबूत उपस्थिति है। इन इलाकों में फिलहाल रबी फसल गेहूं की कटाई चल रही है, जिससे नकदी की उपलब्धता बढ़ गई है। 31 मार्च को हमारे पास जमा रकम 8,323 करोड़ रुपये थी जो 9 मई को बढ़कर 8,790 करोड़ रुपये हो गई। रबी की कटाई और खरीफ फसलों की बोआई का समय होने के कारण यह आंकड़ा बढ़ा है। हमारी सभी शाखाओं पर एटीएम हैं और उनमें नकदी भरपूर रखी जा रही है।’ भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार मार्च 2024 तक जम्मू कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात और हिमाचल प्रदेश की भारत के बैंकों में कुल जमा रकम (26.21 लाख करोड़  रुपये) में 12.81 प्रतिशत  और कुल उधारी (22.13 लाख करोड़ रुपये) में 13.41 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

 

First Published : May 11, 2025 | 10:46 PM IST