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कौन हैं नायब सिंह सैनी, जिन्हें बिना विधायकी के बनाया गया हरियाणा का नया CM? भाजपा से है 28 साल पुराना रिश्ता

हरियाणा के नए मुख्यमंत्री बने नायब सिंह सैनी का भी भाजपा से काफी पुराना रिश्ता है और वे खट्टर के काफी करीबी माने जाते हैं।

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रत्न शंकर मिश्र   
Last Updated- March 12, 2024 | 3:23 PM IST

हरियाणा में लोकसभा चुनाव की तारीख के ऐलान से पहले ही राजनीतिक हलचल ने काफी बढ़ गई है। किसी को कानों-कान खबर भी नहीं लगी और आज सुबह ही मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के कुछ ही देर बाद नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री भी बनाने का ऐलान कर दिया गया। आज शाम 5 बजे वे CM पद की शपथ लेंगे।

कल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वारका एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के दौरान मनोहर लाल खट्टर की जमकर प्रशंसा की थी और कहा था जब दरी पर सोने का जमाना था तब भी हम साथ काम करते थे, लेकिन राजनीति ने आज जिस तरह से करवट ली, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल था।

लेकिन, इस बीच ये भी जानना जरूरी है कि हरियाणा के नए मुख्यमंत्री बने नायब सिंह सैनी का भी भाजपा से काफी पुराना रिश्ता है और वे खट्टर के काफी करीब भी माने जाते हैं।

अब चलते हैं सैनी के राजनीतिक जीवन की शुरुआत से

25 जनवरी, 1970 को जन्मे नायब सिंह 1996 से भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं। अंबाला के मिजापुर माजरा में रहने वाले सैनी को साल 2002 में अंबाला भाजपा युवा मोर्चा का जिलामंत्री बने और बस उसके अगले 3 साल यानी 2005 में भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष भी बन गए।

इसके बाद उनका राजनीतिक सफर चलता रहा और साल 2012 में भाजपा ने उन्हें अपने सब्सिडियरी दलों से प्रमोट कर भाजपा जिला अध्यक्ष बना दिया।

साल 2014 में नायब सिंह पहली बार नारायणगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़े और जीत भी गए और 2016 में उन्हें हरियाणा सरकार का राज्यमंत्री बना दिया गया।

2019 के लोकसभा चुनाव में बने सांसद

पहली बार 2019 के लोकसभा चुनाव में सैनी भाजपा के टिकट पर कुरुक्षेत्र सीट से चुनाव लड़े और जीत हासिल की। उन्होंने कांग्रेस के निर्मल सिंह को 3.83 लाख वोटों से शिकस्त दी थी।

दी गई राज्य स्तर की जिम्मेदारी

2019 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद साल 2023 में भाजपा ने सैनी का कद और बड़ा कर दिया और साल 2023 में उन्हें भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया।

बिना विधायकी के बनेंगे हरियाणा के मुख्यमंत्री

इसके बाद भाजपा की तरफ से आज सैनी को और बड़ी जिम्मेदारी मिली और प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान कर दिया गया। वे वर्तमान में कुरुक्षेत्र सीट से सांसद हैं। अब सवाल उठता है कि कोई भी व्यक्ति, जो विधानसभा का हिस्सा न हो यानी विधायक न हो तो कैसे मुख्यमंत्री बन सकता है? तो बता दें कि अगर कोई व्यक्ति विधानसभा का सदस्य नहीं होता तो संविधान के हिसाब से ऐसे व्यक्ति को विधायकों के द्वारा बहुमत से चुने जाने पर मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है बशर्ते उसे 6 महीने के अंदर विधानसभा या विधान परिषद् का सदस्य बनना होगा।

First Published : March 12, 2024 | 3:23 PM IST