लोक सभा चुनाव में पहले चरण के लिए मैदान में उतरे उम्मीदवारों में 16 प्रतिशत या 252 के खिलाफ फौजदारी मामले दर्ज हैं। यही नहीं, इस चरण में 450 उम्मीदवार करोड़पति हैं, जिन्होंने नामांकन के दौरान अपने हलफनामे में एक करोड़ या इससे अधिक की संपत्ति घोषित की है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने पहले चरण के लिए नामांकन के दौरान दाखिल कुल 1625 प्रत्याशियों में से 1618 के हलफनामों का विश्लेषण किया है। पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा। पहले चरण में 21 राज्यों में 102 सीट पर मतदान होगा। इनमें तमिलनाडु की सभी 39 सीट, उत्तराखंड की 5, राजस्थान की 12 के साथ-साथ पूर्वोत्तर की 25 से अधिक सीट शामिल हैं।
एडीआर के विश्लेषण के मुताबिक कुल उम्मीदवारों में 252 यानी 16 प्रतिशत ने हलफनामे में अपने खिलाफ फौजदारी मामले होने की बात कही है। यही नहीं, कम से कम 35 प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ घृणास्पद भाषण से संबंधित मामला दर्ज होने की बात लिखी है। इसी प्रकार 450 यानी 28 प्रतिशत ने स्वयं को करोड़पति घोषित किया है।
इन्होंने अपने पास 1 करोड़ रुपये या इससे अधिक संपत्ति होने का दावा किया है। उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 4.51 करोड़ रुपये है। खास बात यह कि 1,618 प्रत्याशियों में लगभग आधे 836 यानी 52 प्रतिशत ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक या इससे ऊपर दर्शाई है। इसी प्रकार 505 या 31 प्रतिशत उम्मीदवारों की आयु 25 से 40 वर्ष के बीच है, जबकि 849 की आयु 41 से 60 वर्ष के बीच है। पहले चरण में 135 यानी 8 प्रतिशत महिला उम्मीदवार भी मैदान में हैं।