महंगाई दर की चाल हफ्ते दर हफ्ते बढ़ती ही जा रही है। 28 जून को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान महंगाई दर बढ़कर 11.89 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो कि इससे पिछले सप्ताह में 11.63 प्रतिशत थी।
इस बार इसकी चाल में हुई यह बढ़ोतरी फल, सब्जी, दाल, बाजार और मसालों की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण हुई। समीक्षाधीन अवधि के दौरान सीमेंट और खाद्य तेल जैसे उत्पादों की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई। वित्त मंत्रालय ने महंगाई दर में हुई इस बढ़ोतरी पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि 28 जून को समाप्त सप्ताह के दौरान आवश्यक जिंसों की कीमतें स्थिर रहीं।
इस बढ़ोतरी से यह आशंका जताई जा रही है कि रिजर्व बैंक 29 जुलाई को ऐलान की जानेवाली अपनी नीति में रेपो दर और सीआरआर में और इजाफा कर सकता है।
11.89 प्रतिशत (28 जून)
11.63 प्रतिशत (21 जून)
विनिर्माण और बिजली क्षेत्र के खराब प्रदर्शन के कारण मई, 2008 में औद्योगिक विकास दर (आईआईपी) घटकर 3.8 प्रतिशत रह गई, जो एक वर्ष पहले 10.6 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र की विकास दर में गिरावट आने की मुख्य वजह बढ़ती ब्याज दरें रहीं, जो मई में घटकर 3.9 प्रतिशत रह गई जबकि एक वर्ष पूर्व की समान अवधि में यह दर 11.3 प्रतिशत थी। आईआईपी में विनिर्माण क्षेत्र की भागीदारी 79 प्रतिशत है।
हालांकि टिकाऊ उपभोक्ता माल की विकास दर बढ़कर 4.4 प्रतिशत हो गई। विद्युत उत्पादन दर भी पिछले वर्ष मई के 9.4 प्रतिशत की तुलना में दो प्रतिशत बढ़ी। इसी तरह खनन उत्पादन क्षेत्र की विकास दर भी 3.8 प्रतिशत के मुकाबले बढ़कर 5.2 प्रतिशत हो गई।
10.6 प्रतिशत (मई 2007)
3.8 प्रतिशत (मई 2008)
महंगाई दर की छलांग, आईआईपी में गिरावट और कच्चे तेल की मजबूती ने शेयर बाजारों को तोड़ कर रख दिया। इनके चलते शुक्रवार को सेंसेक्स जहां 456 अंकों की भारी गिरावट के साथ बंद हुआ तो निफ्टी भी 113 अंक लुढ़क गया।
गिरावट का आलम यह था कि कारोबार के दौरान सेंसेक्स बीच में 570 अंक तक लुढ़क गया था तो निफ्टी भी 145 अंकों का गोता लगा चुका था। हालांकि इस गिरावट से मामूली उबरकर कारोबार के अंत में सेंसेक्स 13469 और निफ्टी 4049 के स्तर पर बंद हुआ।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज में तकनीकी, पूंजीगत वस्तु, दूरसंचार, ऊर्जा, बैंकिंग, धातु, रियल एस्टेट में जमकर बिकवाली हुई। गिरावट वाले शेयरों में इन्फोसिस, टीसीएस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी, एलएंडटी, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी प्रमुख रहे।
456 (अंक गिरा)
13469 (पर बंद)