facebookmetapixel
ITC Hotels ने लॉन्च किया प्रीमियम ब्रांड ‘एपिक कलेक्शन’, पुरी से मिलेगी नई शुरुआतनेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल का पड़ोसी दरभंगा पर कोई प्रभाव नहीं, जनता ने हालात से किया समझौताEditorial: ORS लेबल पर प्रतिबंध के बाद अन्य उत्पादों पर भी पुनर्विचार होना चाहिएनियामकीय व्यवस्था में खामियां: भारत को शक्तियों का पृथक्करण बहाल करना होगाबिहार: PM मोदी ने पेश की सुशासन की तस्वीर, लालटेन के माध्यम से विपक्षी राजद पर कसा तंज80 ही क्यों, 180 साल क्यों न जीएं, अधिकांश समस्याएं हमारे कम मानव जीवनकाल के कारण: दीपिंदर गोयलभारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल सुधार की आवश्यकता पर दिया जोरपीयूष पांडे: वह महान प्रतिभा जिसके लिए विज्ञापन का मतलब था जादूभारत पश्चिम एशिया से कच्चा तेल खरीद बढ़ाएगा, इराक, सऊदी अरब और UAE से तेल मंगाकर होगी भरपाईBlackstone 6,196.51 करोड़ रुपये के निवेश से फेडरल बैंक में 9.99 फीसदी खरीदेगी हिस्सेदारी

Services PMI: सर्विस सेक्टर की रफ्तार सुस्त, PMI मार्च में घटकर 58.5 पर आया

सर्वेक्षण के अनुसार मार्च में सेवा अर्थव्यवस्था में भर्तियों की गतिविधि में कमी आई। इस बीच, भारतीय निजी क्षेत्र की गतिविधियां मार्च में मजबूती से बढ़ती रहीं।

Last Updated- April 04, 2025 | 12:51 PM IST
Services PMI

Services PMI: भारत के सर्विस सेक्टर की रफ्तार प्रोडक्शन और सेल्स में मामूली गिरावट से मार्च में थोड़ी धीमी रही। शुक्रवार को एक मासिक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई। मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया सेवा कारोबारी गतिविधि सूचकांक (HSBC final India Services Purchasing Managers’ Index) फरवरी के 59.0 से घटकर मार्च में 58.5 पर आ गया। क्रय प्रबंधक सूचकांक (PMI) की भाषा में 50 से ऊपर अंक का मतलब गतिविधियों में विस्तार से और 50 से कम का आशय संकुचन से होता है।

घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मांग काफी हद तक उत्साहजनक

एचएसबीसी के भारत के मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा, ‘‘भारत के सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर मार्च 2025 में 58.5 रही जो पिछले महीने से थोड़ा कम है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मांग काफी हद तक उत्साहजनक रही, हालांकि यह पिछले महीने की तुलना में क्रमिक रूप से कम रही।’’

कीमत के मोर्चे पर, मार्च में तैयार माल शुल्क पर महंगाई साढ़े तीन साल के निचले स्तर पर आ गई। सर्वेक्षण प्रतिभागियों में से केवल एक प्रतिशत ने फरवरी की तुलना में अधिक औसत शुल्क की सूचना दी, जबकि शेष कंपनियों ने कोई बदलाव नहीं होने का संकेत दिया। उपभोक्ता सेवा कंपनियां मार्च में सबसे अधिक उत्साहित रहीं, उसके बाद वित्त एवं बीमा, रियल एस्टेट एवं व्यावसायिक सेवाएं तथा परिवहन, सूचना एवं संचार का स्थान रहा।

Also read: Trump Tariffs: … तो अमेरिका में ₹1.97 लाख में बिकेगा iPhone? Apple की बढ़ी टेंशन, शेयर 10% टूटे

सर्विस सेक्टर में हायरिंग में कमी आई

सर्वेक्षण के अनुसार मार्च में सेवा अर्थव्यवस्था में भर्तियों की गतिविधि में कमी आई। इस बीच, भारतीय निजी क्षेत्र की गतिविधियां मार्च में मजबूती से बढ़ती रहीं, क्योंकि कंपनियों ने नए ऑर्डर में और वृद्धि का स्वागत किया। एचएसबीसी इंडिया कम्पोजिट आउटपुट सूचकांक फरवरी के 58.8 से मार्च में सात महीने के उच्च स्तर 59.5 पर पहुंच गया। समग्र पीएमआई सूचकांक तुलनीय विनिर्माण व सेवा पीएमआई सूचकांकों का भारित औसत है।

एचएसबीसी इंडिया सेवा पीएमआई को एसएंडपी ग्लोबल ने करीब 400 सेवा क्षेत्र की कंपनियों के समूह को भेजे गए सवालों के जवाबों के आधार पर तैयार किया है।

(PTI के इनपुट के साथ)

First Published - April 4, 2025 | 12:44 PM IST

संबंधित पोस्ट