facebookmetapixel
क्या आपका डिजिटल गोल्ड अब खतरे में है? एक्सपर्ट ने दी राय – होल्ड करें या कैश आउट करें?Groww IPO: ₹114 पर लिस्टिंग के बाद 5% चढ़ा शेयर, बेच कर निकल लें या लॉन्ग टर्म के लिए करें होल्ड?Gold and Silver Price Today: सोना-चांदी आज भी हुए महंगे! गोल्ड 1,24,400 रुपये के करीब; सिल्वर 1,55,600 रुपये के स्तर परTata Group में नई पीढ़ी की एंट्री! नोएल टाटा के बेटे नेविल टाटा बने ट्रस्टी, जानिए क्या है रतन टाटा से कनेक्शनभारत-भूटान ने किए 7 समझौते, 4000 करोड़ रुपये के ऊर्जा ऋण का ऐलान₹12 तक डिविडेंड पाने का आज आखिरी मौका! कल ये 6 कंपनियां करेंगी एक्स डेट पर ट्रेडलाल किले के पास विस्फोट की जांच अब NIA करेगी, पुलवामा से जुड़े मॉड्यूल पर सतर्कताअचल संपत्ति बेचना ‘सेवा’ नहीं, यह सर्विस टैक्स के दायरे से बाहर: सुप्रीम कोर्ट तेजी का मौका! एनालिस्ट ने बताए 3 स्टॉक्स जो पहुंच सकते हैं ₹2,980 तकग्रीन हाइड्रोजन लक्ष्य में बदलाव, 2030 तक 30 लाख टन उत्पादन का नया टारगेट

लेदर एक्सपोर्ट चालू वित्त वर्ष में 12 प्रतिशत बढ़कर 5.3 अरब डॉलर पर पहुंचने की उम्मीद: CLE

जालान ने कहा कि भारतीय निर्यातक अफ्रीका में भी व्यापार के अवसर तलाश रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह उद्योग श्रम प्रधान है, जो करीब 42 लाख लोगों को रोजगार देता है।

Last Updated- December 22, 2024 | 2:53 PM IST
leather export
Representative Image

चमड़ा निर्यात परिषद (सीएलई) के चेयरमैन राजेंद्र कुमार जालाना ने उम्मीद जताई है कि देश का चमड़ा और फुटवियर निर्यात प्रमुख वैश्विक बाजारों में अच्छी मांग के कारण चालू वित्त वर्ष (2024-25) में 12 प्रतिशत बढ़कर 5.3 अरब डॉलर पर पहुंच सकता है।

उन्होंने कहा कि अमेरिका सहित कई देशों की कंपनियां भारत में विनिर्माण आधार स्थापित करने में गहरी रुचि दिखा रही हैं।

जालान ने कहा, “हमारा निर्यात 2023-24 में 4.69 अरब डॉलर था और चालू वित्त वर्ष में हम इसे बढ़ाकर 5.3 अरब डॉलर करने की उम्मीद कर रहे हैं। आने वाले महीनों के लिए ऑर्डर बुक अच्छी है।” उन्होंने कहा कि ‘अमेरिका और ब्रिटेन से भारी मांग आ रही है।’ जालान ने कहा कि भारतीय निर्यातक अफ्रीका में भी व्यापार के अवसर तलाश रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह उद्योग श्रम प्रधान है, जो करीब 42 लाख लोगों को रोजगार देता है।

इस क्षेत्र का कुल कारोबार करीब 19 अरब डॉलर का है, जिसमें पांच अरब डॉलर का निर्यात है। जालान ने कहा, “इस क्षेत्र में 2030 तक कुल कारोबार 47 अरब डॉलर तक पहुंचने की क्षमता है, जिसमें 25 अरब डॉलर का घरेलू और 13.7 अरब डॉलर का निर्यात कारोबार शामिल है।”

उन्होंने सरकार से यह भी अनुरोध किया कि उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को इस क्षेत्र में भी लागू किया जाए क्योंकि इससे 47 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी और लगभग सात से आठ लाख लोगों के लिए अतिरिक्त रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

बजट से अपेक्षाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘परिषद ने वित्त मंत्रालय से तैयार चमड़े पर आयात शुल्क हटाने का अनुरोध किया है।”

First Published - December 22, 2024 | 2:53 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट