सरकार गन्ने के शीरे से बनने वाले एथनॉल उत्पाद के दाम में बढ़ोतरी कर सकती है। इसके दाम में 1 नवंबर से शुरू होने वाले सीजन 2023-24 के लिए तीन प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है।
कारोबार व उद्योग के सूत्रों के मुताबिक यह बीते कुछ वर्षों से जारी रुझान के अनुरूप है। इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन उद्योग के सूत्रों के मुताबिक इसकी शुरुआत नए सीजन की शुरुआत के साथ हो सकती है।
एथनॉल का 2022-23 का आपूर्ति वर्ष 31 अक्टूबर को समाप्त हो जाएगा। यह एक महीने पहले खत्म हो रहा है ताकि इसका चीनी उत्पादन सत्र से तालमेल स्थापित किया जा सके। सूत्रों के मुताबिक ‘बी हेवी’ शीरा से एथनॉल का उत्पादन किया जाता है और इसका खरीद मूल्य 1.15 रुपये प्रति लीटर बढ़ाया जा सकता है।
इस क्रम में ‘सी हेवी’ शीरे से तैयार एथनॉल का मूल्य 1.75 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ाया जा सकता है। गन्ने के रस, सीरप और चीनी से बनाए जाने वाले उत्पाद के मूल्य में 31 अक्टूबर को समाप्त होने वाले 2022-23 के सत्र में 2.25 रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है।
एथनॉल के जारी इस आपूर्ति वर्ष में बी हेवी शीरा से प्राप्त एथनॉल उत्पाद का मूल्य 49.41 रुपये प्रति लीटर था जबकि सी हेवी शीरा के लिए मूल्य 60.73 रुपये प्रति लीटर तय कर दिया गया है। गन्ने के रस, शीरे और चीनी से तैयार उत्पाद का मूल्य 65.61 रुपये प्रति लीटर था।
एग्री मंडी लाइव रिसर्च के सह संस्थापक व मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) उप्पल शाह ने कहा कि गन्ने के रस से सीधे एथनॉल का उत्पादन करने पर घरेलू चीनी मिलों को अधिक लागत आती है और इसके अलावा चीनी उत्पादन का भी नुकसान होता है।
इसके मद्देनजर सरकार को एथनॉल के मूल्य में करीब 7 से 8 फीसदी की अनिवार्य रूप से वृद्धि करनी चाहिए। इससे चीनी उद्योग को अतिरिक्त प्रोत्साहन मिलेगा। कुछ महीने पहले तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने खराब हुए अन्न और मक्के से तैयार एथनॉल के मूल्य में दो बार इजाफा किया था।