क्रेडिट रेटिंग एजेंसी इक्रा ने आज अनुमान जारी किया है कि भारत की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2020-21 में 9.5 प्रतिशत संकुचित होगी, जबकि पहले 5 प्रतिशत संकुचन का अनुमान लगाया था।
एजेंसी ने कोविड-19 से संक्रमण के मामलों में तेज बढ़ोतरी के कारण कुछ राज्यों में स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन करने, मई-जून 2020 में रिकवरी की स्थिति को देखते हुए यह बदलाव किया है।
तमाम एजेंसियों और संगठनों में इक्रा ने वित्त वर्ष 21 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) मेंं सबसे तेज गिरावट का अनुमान लगाया है। व्यक्तिगत स्तर पर पूर्व मुख्य सांख्यिकीविद प्रणव सेन ने इस वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 12.5 प्रतिशत की तेज गिरावट का अनुमान लगाया है।
इक्रा ने अनुमान लगाया है कि भारत की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान 25 प्रतिशत का तेज संकुचन हो सकता है। रेटिंग एजेंसी ने अब आने वाली तिमाहियों में सुस्त रिकवरी का अनुमान लगाया है। एजेंसी ने दूसरी तिमाही में 12.4 प्रतिशत गिरावट का अनुमान लगाया है, जबकि पहले का अनुमान 2.1 प्रतिशत गिरावट का था। वहींं तीसरी तिमाही में अब 2.3 प्रतिशत गिरावट का अनुमान लगाया है, जबकि पहले 2.1 प्रतिशत गिरावट का अनुमान था। अंतिम तिमाही में अर्थव्यवस्था मेंं 1.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है, जबकिपहले 5 प्रतिशत की तेजी का अनुमान था।