जोमैटो के सह-संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी दीपेंदर गोयल ने शुक्रवार को कहा कि फूड डिलिवरी फर्म बेंगलूरु में डिलिवरी एग्जिक्यूटिव की तरफ से किए गए कथित हमले में दोनों पक्षकारों की सहायता कर रही है। गोयल ने एक ट्वीट में कहा, हमारी पहली प्राथमिकता सच्चाई जानने की रही है। इस मामले में हम शिकायतकर्ता और डिलिवरी पार्टनर की हर तरह से मदद कर रहे हैं और अभी जांच लंबित है।
बुधवार को जोमैटो ने कहा था कि उसने उस वक्त कामराज को डीलिस्ट कर दिया जब कंटेंट क्रिएटर हितेश चंद्राणे ने सोशल मीडिया पर यह कहते हुए एक वीडियो डाला था कि जोमैटो के एग्जिक्यूटिव ने उसकी नाक पर तब मुक्का मार दिया जब वह कंपनी के एक कर्मी से यह जानना चाह रही थी कि ऑर्डर डिलिवरी में देर क्यों हुई। यह घटना मंगलवार को हुई थी।
हालांकि न्यूज मिनट की खबर के मुताबिक, कामराज ने आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि पहले चंद्राणे ने उसके साथ बदतमीजी की और उसके बाद चप्पल से उस पर हमला बोल दिया। उसने यह भी कहा कि उसने अपनी अंगूठी से ही खुद को घायल कर लिया, जिसके कारण उनके नाक से खून बहने लगा। शुक्रवार दोपहर ट्विटर पर जोमैटोडिलिवरीबॉय टॉप ट्रेंड था। गोयल ने कहा कि कंपनी यह सुनिश्चित कर रही है कि दोनों पक्षकारों की कहानी सामने आए। हम हितेश के संपर्क में हैं और उनकी दवा का खर्च उठा रहे हैं। साथ ही कार्यवाही में उनकी पूरी मदद कर रहे हैं। इसके हम कामराज के संपर्क में भी हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए उसे हर तरह की सहायता दे रहे हैं कि दोनों पक्षकारों की कहानी सामने आए।