केंद्र सरकार ने एक बार फिर से Windfall Tax में बदलाव किया है। विंडफॉल टैक्स में प्रति टन के हिसाब से 400 रुपये की बढ़त की गई है। यानी घरेलू स्तर उत्पादित हुए कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स 1700 रुपए प्रति टन से बढ़ाकर 2100 रुपए प्रति टन कर दिया गया है।
वहीं डीजल एक्सपोर्ट पर 1.5 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। पहले ये ड्यूटी 5 रुपए की लगती थी, जिसे बढ़ाकर अब 6.5 रुपए कर दिया गया है। इसके अलावा ATF पर इसे 3 रुपए प्रति लीटर बढ़ाया गया है। अब यह 1.5 रुपए से बढ़कर 4.5 रुपए प्रति लीटर हो गया है। विंडफॉल टैक्स पर बढ़ाई गई ये नई दरें आज यानी 3 जनवरी से ही लागू हो गई हैं।
क्रूड ऑयल की बात करें तो भारत कच्चे तेल का बड़ा उपभोक्ता है और भारी मात्रा में भारत में क्रूड ऑयल इंपोर्टर किया जाता है। अभी देश ने बड़े पैमाने पर कच्चा तेल रूस से खरीद रहा है। भारत को रशियन ऑयल 60 डॉलर प्रति बैरल से भी सस्ता मिल रहा है।
बता दें, सरकार ने जुलाई 2022 में विंडफॉल टैक्स को लागू किया था। इसे क्रूड ऑयल प्रोडक्शन, पेट्रोल-डीजल और ATF निर्यात पर लागू किया गया था. इसे हर 15 दिन में रिवाइज किया जाता है।
इससे पहले 16 दिसंबर को विंडफॉल टैक्स घटाया गया था। इसे 4900 रुपए प्रति टन से घटाकर 1700 रुपए प्रति टन कर दिया गया था। वहीं डीजल के एक्सपोर्ट पर टैक्स 8 रुपए/ लीटर से घटाकर से घटाकर 5 रुपए प्रति लीटर किया गया था। वहीं ATF के एक्सपोर्ट पर लगने वाला टैक्स 5 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 1.5 रुपये प्रति लीटर किया गया था।
आज तेल कंपनियों पर रहेगी नजर-
विंडफॉल टैक्स बढ़ने से आज शेयर बाजार में ऑयल कंपनियों पर नजर रखें। टैक्स बढ़ने से इनके मार्जिन पर असर पड़ेगा और इसका असर स्टॉक्स पर भी देखने को मिलेगा। हालांकि सोमवार को ऑयल एंड गैस इंडेक्स में मामूली तेजी रही थी।