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जल्दी बारिश होने से क्यों परेशान हुई ये कंपनियां, इस सेक्टर में हुआ बड़ा घाटा

गर्मी की शुरुआत जल्दी होने से कंपनियों को वॉल्यूम ग्रोथ की उम्मीद थी और बम्पर बिक्री की उम्मीद से इन्वेंटरी स्टॉक और डिस्ट्रीब्यूशन चैनल्स तैयार कर लिए थे।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- July 27, 2025 | 7:25 PM IST

इस साल देश के अधिकांश हिस्सों में जल्द शुरू हुए मानसून और असमय बारिश ने कोला ब्रांड्स से लेकर दूध-आधारित पेय पदार्थों तक की बिक्री को प्रभावित किया है। इसके चलते जून तिमाही में कई बड़ी पेय उत्पादक कंपनियों को टॉपलाइन ग्रोथ में गिरावट का सामना करना पड़ा है।

गर्मी की शुरुआत इस साल जल्दी होने के कारण कंपनियों को वॉल्यूम ग्रोथ की उम्मीद थी और उन्होंने पिछली साल की बम्पर बिक्री को ध्यान में रखते हुए पहले से ही इन्वेंटरी स्टॉक और डिस्ट्रीब्यूशन चैनल्स तैयार कर लिए थे। लेकिन अप्रैल के मध्य से दक्षिण और पश्चिम भारत में शुरू हुई रुक-रुक कर बारिश ने मई की शुरुआत से ही बिक्री को प्रभावित करना शुरू कर दिया।

कोका-कोला, पेप्सिको को भारत में लगा झटका

The Coca-Cola Company के चेयरमैन और CEO जेम्स क्विंसी ने निवेशकों की हालिया कॉल में बताया कि भारत में जून तिमाही के दौरान कंपनी को जल्द शुरू हुए मानसून का नुकसान उठाना पड़ा। भारत, कोका-कोला के लिए पांचवां सबसे बड़ा बाजार है। यहां कंपनी Thumbs Up, Sprite, Maaza, Minute Maid, Kinley जैसे ब्रांड्स के साथ मौजूद है।

The Coca-Cola Company के चेयरमैन और CEO जेम्स क्विंसी ने कहा,  “भारत में साल की शुरुआत अच्छी रही, लेकिन जल्दी मानसून और भारत-पाकिस्तान के बीच भू-राजनीतिक तनाव ने गर्मियों के अहम बिक्री सीजन में हमारी ग्रोथ को प्रभावित किया।”

PepsiCo ने भी माना है कि उनकी International Beverages Franchise (IBF) इकाई, जिसमें भारत शामिल है, को जून तिमाही में गिरावट का सामना करना पड़ा। भारत में पेप्सिको के बॉटलिंग पार्टनर वरुण बेवरेजेस लिमिटेड (VBL) हैं।

डेयरी उद्योग पर भी असर; लस्सी, छाछ, फ्लेवर्ड मिल्क, शेक्स उत्पादों की मांग हुई कम

डेयरी उद्योग पर भी असर पड़ा है। इंडियन डेयरी एसोसिएशन (IDA) के अध्यक्ष आर. एस. सोढ़ी ने कहा कि बारिश के कारण लस्सी, छाछ, फ्लेवर्ड मिल्क, शेक्स जैसे उत्पादों की मांग कम रही। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई के कारण भी खपत घटी है। उन्होंने कहा,  “स्थानीय और क्षेत्रीय ब्रांडों के उभरने से भी बड़ी कंपनियों की बिक्री पर असर पड़ रहा है।”

टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड, जो Gluco+ और Fruski जैसे पेय उत्पाद बेचती है, ने कहा कि उनकी रेडी टू ड्रिंक (RTD) श्रेणी की वॉल्यूम ग्रोथ सिर्फ 3% रही। इसका मुख्य कारण असमय बारिश रहा।

वहीं, डाबर इंडिया ने भी अपने तिमाही अपडेट में कहा है कि कंपनी की कंसोलिडेटेड रेवन्यू ग्रोथ जून तिमाही में लो सिंगल डिजिट में रहने की संभावना है, क्योंकि पेय पदार्थों की बिक्री में गिरावट आई है। डाबर ने कहा,  “बेवरज पोर्टफोलियो पर असमय बारिश और छोटी गर्मी का असर पड़ा है।”

गर्मी के मौसम में जहां पेय उत्पादकों को बिक्री में बूम की उम्मीद रहती है, वहीं इस साल जल्द शुरू हुए मानसून और लगातार बारिश ने उन्हें बड़ा झटका दिया है। इससे न सिर्फ बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है, बल्कि बड़ी कंपनियों की रणनीति पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।

गर्मी की शुरुआत जल्दी होने से कंपनियों को वॉल्यूम ग्रोथ की उम्मीद थी और बम्पर बिक्री की उम्मीद से इन्वेंटरी स्टॉक और डिस्ट्रीब्यूशन चैनल्स तैयार कर लिए थे।

First Published : July 27, 2025 | 7:25 PM IST