पारंपरिक खरीद में 22 कैरेट सोने की ज्वैलरी प्रमुख रहती है। (प्रतीकात्मक फोटो)
Buying Gold on Diwali: धनतेरस और दिवाली का त्योहार करीब है। इस मौके पर लोग घरों को सजाने के साथ-साथ सोने और सोने की ज्वेलरी खरीदने में भी रुचि दिखाते हैं। खासकर 18 कैरेट सोना ज्वेलरी इस समय सबसे ज्यादा पसंद की जाती है, क्योंकि यह खूबसूरती, मजबूती और किफायती होने का बेहतरीन मेल है।
आज के समय में सोने की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। भारत में 24 कैरेट सोने का भाव अब 1 लाख 10 हजार रुपये के पार हो गया है। ऐसे में 18 कैरेट सोना ज्वैलरी खरीदना स्मार्ट विकल्प बन गया है। यह खासकर हीरे और रत्नों वाली ज्वेलरी के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।
हॉलमार्किंग अब अनिवार्य होने के कारण खरीदारों को सोने की शुद्धता और गुणवत्ता का भरोसा मिलता है। BIS हॉलमार्क होने से यह सुनिश्चित होता है कि सोने की ज्वेलरी सही कैरेट की है और किसी प्रकार की मिलावट नहीं हुई है।
18 कैरेट सोने से झुमके, हार, कंगन, अंगूठियां और जड़ाऊ गहने बनवाए जा सकते हैं। यह रोजमर्रा के उपयोग के लिए भी मजबूत है। हीरे या रत्नों के साथ इसे और खूबसूरत बनाया जा सकता है। 24 कैरेट सोने की तुलना में यह किफायती होने के बावजूद चमक और सुंदरता में किसी से कम नहीं है।
जहां पारंपरिक खरीद में 22 कैरेट सोने की ज्वैलरी प्रमुख रहती है, वहीं शहरी खरीदारों में 18 कैरेट डिजाइन्स अपनी अलग पहचान बना रहे हैं। शुद्ध सोने की तुलना में इसकी कीमत कम होने के साथ-साथ यह अधिक मजबूत भी है, जिससे यह ज्वैलरी को सजावट और निवेश दोनों के रूप में देखने वालों के लिए स्मार्ट चॉइस बन जाती है।
धनतेरस और दिवाली पर अगर आप ज्वेलरी खरीदने की सोच रहे हैं, तो 18 कैरेट सोना एक स्मार्ट और परफेक्ट चॉइस साबित हो सकता है।