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G20: नई दिल्ली घोषणा में स्टार्टअप को शामिल करने का स्वागत

भारत की जी20 की अध्यक्षता में स्टार्टअप20 बनाया गया था, जो आधिकारिक रूप से काम करने वाला समूह है

Published by
आर्यमन गुप्ता   
शिवानी शिंदे   
Last Updated- September 10, 2023 | 10:17 PM IST

भारतीय स्टार्टअप क्षेत्र ने नई दिल्ली घोषणा में स्टार्टअप को शामिल किए जाने की सराहना की है। उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि इससे पूंजी तक पहुंच आसान होने के साथ नियामकीय बाधाएं दूर होंगी व रकम जुटाने की गतिविधियों में नई जान आ सकती है।

घोषणा में स्टार्टअप20 पहल के तहत स्टार्टअप को वृद्धि के प्राकृतिक इंजन और नवोन्मेष व रोजगार सृजन के माध्यम से सामाजिक आर्थिक बदलाव में अहम भूमिका निभाने वाले क्षेत्र के रूप में चिह्नित किया गया है। इसमें डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे (डीपीआई) को तैयार करने व इनके संचालन को लेकर एक खाका प्रस्तुत किया गया है।

पीक 15 पार्टनर्स (पूर्व में सिकोया इंडिया) के प्रबंध निदेशक राजन आनंदन ने कहा, ‘जी20 के इतिहास में पहली बाद दिल्ली घोषणा के हिस्से के रूप में स्टार्टअप को शामिल किए जाने से हम रोमांचित हैं।’ उन्होंने कहा कि भारत ने अपनी अध्यक्षता में स्टार्टअप20 इंगेजमेंट ग्रुप बनाया था और हम इसका हिस्सा बनकर खुश हैं।

भारत की जी20 की अध्यक्षता में स्टार्टअप20 बनाया गया था, जो आधिकारिक रूप से काम करने वाला समूह है। इसे वैश्विक स्टार्टअप के लिए वार्तालाप के मंच के रूप में प्रचारित किया गया था, जिसमें स्टार्टअप, कॉर्पोरेट, निवेशक और नवोन्मेष एजेंसियां शामिल हैं।

इस समूह के तहत जी20 ने कई कार्यबल गठित किए थे, जिनमें वित्त, बुनियाद और गठजोड़, समावेशन और सततता पर बने समूह शामिल हैं। इनकी अध्यक्षता आनंदन, पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा, जीरोधा के संस्थापक नितिन कामत, नैसकॉम की अध्यक्ष देवयानी घोष व इन्फोसिस के सह संस्थापक कृष गोपालकृष्णन के अलावा अन्य शामिल थे।

स्टार्टअप20 फोरम ने स्टार्टअप की वैश्विक परिभाषा के साथ नीतिगत ढांचा बनाए जाने की सिफारिश की थी, जो जी20 देशों और इससे इतर के लिए तैयार किया जाए। वी फाउंटर सर्कल के सह संस्थापक वीके सिंघवी ने कहा कि स्टार्टअप के लिए वैश्विक रूप से मान्य परिभाषा बनने से स्टार्टअप को चिह्नित करने व उनके श्रेणीकरण में स्पष्टता और निरंतरता आएगी। इससे भारतीय स्टार्टअप को अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाने और ज्यादा वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।

शुरुआती स्तर के वेंचर कैपिटल (वीसी) फर्म 3वन4 कैपिटल के संस्थापक साझेदार और सीआईओ प्रणव पई ने कहा कि हम यूपीआई और रुपे भुगतान एकीकरण जैसी तकनीक की सीमा पार स्वीकार्यता के मामले में सरकार से सरकार (जी2जी) बातचीत तेज होने की उम्मीद कर रहे हैं।

First Published : September 10, 2023 | 10:17 PM IST