वाहन कलपुर्जा आपूर्ति करने वाली वैरोक इंजीनियरिंग का शेयर पिछले हफ्ते इस उम्मीद में 72 फीसदी चढ़ गया कि वाहनों की बिक्री में तेज सुधार से ज्यादा उत्पादन क्षमता का इस्तेमाल होगा और लाभ मेंं इजाफा होगा। मजबूत ऑर्डर बुक और प्रति वाहन कंटेंट में इजाफे से भी राजस्व की रफ्तार और बाजार हिस्सेदारी में इजाफे में मदद मिलने की उम्मीद है।
कंपनी के लिए तात्कालिक संकेतक यूरोप में इलेक्ट्रिक वाहनों की रिकॉर्ड बिक्री है, जो वैरोक इंजीनियरिंग के लिए सबसे बड़ा बाजार है। मांग बढ़ाने व उत्सर्जन के सख्त मानकों को पूरा करने के लिए वाहन निर्माताओं की मदद की खातिर जर्मनी और फ्रांस की तरफ से प्रोत्साहन से वहां बिक्री बढ़ाने में मदद मिली है।
कैलेंडर वर्ष के पहले सात महीने में इलेक्ट्रिक व प्लग-इन हाइब्रिड वाहनों का पंजीकरण 5 लाख के पार निकल गया है और साल के आखिर तक उसके 10 लाख के पार निकल जाने की उम्मीद है। वैरोक के अहम क्लाइंटों में फोक्सवैगन, टेस्ला और रेनो शामिल है। रेनो की जो इस साल यूरोप में सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार है और वैरोक इस कंपनी को लाइटिंग सॉल्युशंस की आपूर्ति करती है। इस मॉडल और अन्य इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में इजाफा वैरोक के लिए सकारात्मक है।
मोरक्को, चेनन्नई और ब्राजील में कंपनी के संयंत्र के रफ्तार पकडऩे के साथ फोक्सवैगन और रेनो की हिस्सेदारी बढऩे की संभावना है। उत्पादन क्षमता का कम इस्तेमाल ने वैरोक की बिक्री व मार्जिन पर असर डाला था लेकिन पिछले कुछ सालों में हुए पूंजीगत खर्च के बाद परिचालन लिवरेज तेज होगा।
राजस्व में 64 फीसदी का योगदान करने वाले लाइटिंग सॉल्युशंस के अलावा कंपनी पॉलिमर, इलेक्ट्रिक व मेटलिक पाट्र्स की आपूर्ति भारतीय कंपनियोंं को करती है। सिस्टमैटिक्स रिसर्च के विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी को बीएस-6 के क्रियान्वयन का फायदा मिलेगा क्योंकि कैटलिटिक कन्वर्टर, इलेक्ट्रिक फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम्स और इलेक्ट्रॉनिक्स के नए ऑर्डर मिलेंगे।