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दवाओं पर 100% टैरिफ से इंडस्ट्री पर क्या होगा असर? एनालिस्ट ने बताया- कैसे प्रभावित होंगे एक्सपोर्टर

अमेरिका ने 1 अक्टूबर, 2025 से ब्रांडेड और पेटेंट वाली दवाओं पर 100% आयात शुल्क लगाने की घोषणा की; भारतीय फार्मा कंपनियों के लिए निर्यात में मुश्किलें बढ़ सकती हैं

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- September 26, 2025 | 9:46 AM IST

अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने 1 अक्टूबर, 2025 से ब्रांडेड और पेटेंट वाली दवाओं पर 100% आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है। इसका मकसद अमेरिका में घरेलू दवा निर्माण को बढ़ावा देना और विदेशी आयात पर निर्भरता कम करना है।

ब्रांडेड दवाओं पर यह शुल्क कब से लागू होगा?

ट्रंप के आदेश के अनुसार यह 1 अक्टूबर, 2025 से लागू होगा।

कौन सी कंपनियां इस शुल्क से छूट पा सकती हैं?

ट्रंप ने कहा है कि यदि कोई कंपनी अमेरिका में अपनी दवा निर्माण फैक्ट्री बना रही है या निर्माण प्रक्रिया शुरू कर चुकी है, तो उस कंपनी की दवाओं पर यह शुल्क नहीं लगेगा।

इसका असर भारतीय दवा कंपनियों पर कैसे पड़ेगा?

Choice Institutional Equities के फार्मा और हेल्थकेयर विशेषज्ञ मैत्री शेट के अनुसार, ‘ब्रांडेड और पेटेंट वाली दवाओं पर 100% अमेरिकी टैरिफ भारतीय निर्यातकों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। अमेरिका भारतीय दवाओं का सबसे बड़ा बाजार है, जो FY25 में लगभग 10 अरब डॉलर का था और भारतीय निर्यात का लगभग 35% हिस्सा है।’

क्या सिर्फ ब्रांडेड दवाओं पर असर होगा या जेनेरिक दवाओं पर भी?

मैत्री शेट का कहना है कि यह टैरिफ मुख्य रूप से ब्रांडेड दवाओं के लिए है, लेकिन जटिल जेनेरिक और विशेष दवाओं पर भी इसका असर हो सकता है, जो अमेरिका पर निर्भर कंपनियों के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है। अगर किसी कंपनी की अमेरिका में निर्माण फैक्ट्री चल रही है या निर्माण शुरू हो चुका है, तो उन्हें टैरिफ से छूट मिल जाएगी, जिससे टैरिफ का असर कम किया जा सकता है।

First Published : September 26, 2025 | 9:46 AM IST