MTNL Q1 Results 2025: भारत की ऐसी सरकारी टेलीकॉम कंपनी, जो लगातार घाटे में चल रही है मगर निवेशक उससे जबरदस्त मुनाफा कमा रहे हैं। ऐसी कंपनी है सरकारी टेलीकॉम कंपनी महानगर टेलीकॉम निगम लिमिटेड (MTNL)। MTNL के शेयरों ने निवेशकों को एक साल में 204 फीसदी के करीब रिटर्न दिया है और कंपनी ने आज यानी 14 अगस्त को जून तिमाही के लिए रिजल्ट्स भी जारी कर दिए।
NTNL ने वित्त वर्ष 25 की अप्रैल-जून तिमाही के परिणाम (MTNL Q1 Results 2025) घोषित करते हुए बताया कि उसका शुद्ध घाटा सालाना आधार पर (MLNT net loss YoY) 9.21 फीसदी कम होकर 773.46 करोड़ रुपये हो गया है। जबकि, पिछले साल की समान अवधि में कंपनी का शुद्ध घाटा 851.93 करोड़ रुपये रहा था। जबकि, तिमाही आधार पर (QoQ) भी MTNL का शुद्ध घाटा 1.27 फीसदी कम हो गया है। मार्च तिमाही (Q4FY25) में MTNL का शुद्ध घाटा 783.93 करोड़ रुपये रहा था।
MTNL ने एक्सचेंजों को दिए बयान में बताया कि उसका जून तिमाही में रेवेन्यू सालाना आधार पर घटकर 183.85 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल की समान तिमाही में यह 199.48 करोड़ रुपये रहा था। जबकि, पिछली तिमाही में MTNL का रेवेन्यू 209.02 करोड़ रुपये रहा था।
MTNL की वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में कुल आय बढ़कर 382.35 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 312.55 करोड़ रुपये रही थी। इस लिहाज से कंपनी की कुल आय में 22.35% की बढ़ोतरी हुई है।
वहीं, खर्च की बात की जाए तो MTNL का कुल खर्च Q1FY25 में घटकर 1,156.47 करोड़ रुपये हो गया, जो Q1FY24 में 1,164.87 करोड़ रुपये थाष
गौरतलब है कि MTNL ‘नवरत्न’ स्टेटस वाली एक सरकारी कंपनी है। यह मुंबई और दिल्ली में टेलीकॉम सेवाएं प्रदान करती है। MTNL और BSNL दो ऐसी कंपनियां हैं जो सरकारी टेलीकॉम कंपनियों के तहत आती हैं। भारत सरकार के पास MTNL में 56.25 फीसदी की बहुलांश हिस्सेदारी (majority stake) है। MTNL सेल्युलर और फिक्स्ड लाइन सर्विस प्रदान करने वाली PSU कंपनी है।
दरसअल, यह टेलीकॉम कंपनी घाटे में चल रही है और हाल ही में केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बयान दिया था कि टेलीकॉम डिपार्टमेंट MTNL पर बारीकी से नजर रख रहा है। MTNL ने आज अपने बयान में कहा कि होल्डिंग कंपनी के कंसोलिडेटेड फाइनेंशियल रिजल्ट भारत सरकार की बहुलांश हिस्सेदारी को ध्यान में रखते हुए चालू चिंता के आधार पर तैयार किए गए हैं।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कर्मचारी लागत को कम करने, 4G सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम के प्रशासनिक आवंटन (administrative allotment), सॉवरिन गारंटी बॉन्ड बढ़ाकर डेट रीस्ट्रक्चरिंग, एसेट्स के मोनेटाइजेशन और BSNL और MTNL के विलय के लिए सैद्धांतिक मंजूरी देकर “BSNL और MTNL की पुनरुद्धार योजना” (Revival plan of BSNL and MTNL) को भी मंजूरी दे दी है। इसके अलावा, होल्डिंग कंपनी ने वित्त वर्ष 2019-20 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (Voluntary Retirement Scheme) लागू की थी, जिसके परिणामस्वरूप कर्मचारियों की लागत में कमी आई और कैबिनेट के बयान के अनुरूप वित्त वर्ष 2020-21 में 6,500 करोड़ रुपये के बॉन्ड जारी करके फंड भी जुटाया।
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NSE पर आज MTNL की शेयर प्राइस (MTNL share price nse) में शानदार उछाल देखने को मिला। कंपनी के शेयर 4.99 % की उछाल के साथ 62.95 रुपये पर बंद हुए। इसके शेयरों ने एक 3 महीने में करीब 69 फीसदी और 1 महीने में 27 फीसदी का उछाल आया है। तीन साल में कंपनी के शेयरों ने 237 फीसदी के करीब रिटर्न दिए हैं।
भारत सरकार की तरफ से मर्जर की मंजूरी मिलने के बाद MTNL अब BSNL के लिए सेल्युलर और फिक्स्ड लाइन सर्विसेज प्रदान कर सकती है, जिससे कंपनी के घाटे में कमी और शेयरों में उछाल आगे भी देखने को मिल सकता है।
हाल ही में केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने बयान दिया था कि BSNL अक्टूबर 2024 तक पूरे देश में 4G सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए 80,000 मोबाइल टावर स्थापित करेगा। इसके अलावा, बाकी 21,000 टावर मार्च 2025 तक इंस्टॉल किए जाएंगे। कंपनी ने 5G सेवा की टेस्टिंग शुरू कर दी है और अपने नेटवर्क अपग्रेड में पूरी तरह से भारत में बने इंस्ट्रूमेंट्स का उपयोग कर रही है।
सिंधिया ने कहा था, ‘कई लोगों ने पूछा था कि जब जियो (Reliance Jio), एयरटेल (Bharti Airtel) और वोडाफोन (Vodafone Idea) ने 4G नेटवर्क शुरू किया तो BSNL ने क्यों नहीं? यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प था कि अगर हमें सरकारी कंपनी का नेटवर्क विकसित करना है तो हम चीन या किसी अन्य विदेशी देश के उपकरणों का उपयोग नहीं करेंगे।’